हमारे परिचित एक परेशान हाल पति अपनी बेहोश पत्नी को लेकर हास्पिटल पहुँचा । गंभीर स्थिति को देखकर उसे इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कर लिया गया और वहाँ मौजूदा चिकित्सक उसकी चिकित्सा करने में जुट गए। एक डाक्टर ने पति से पूछा कि बेहोश होने के पहले आपकी पत्नी ने क्या तकलीफ़ बताई थी। पति बोला -हाँ कह रही थी …
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मधुमेह को ले गंम्भीरता से- धर्मेन्द्र सिंह निशा
कई बार हमें रात में बार-बार प्यास लगती है, जिससे हमारी नींद में भी खलल पड़ता है। अगर आपको रात में ज्यादा प्यास लगने लगे तो से नजरअंदाज करना ठीक नहीं है। बार-बार प्यास लगने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, यह कुछ गंभीर बीमारियों का संकेत भी हो सकता है। अगर आपको रात में बार-बार प्यास लगती है …
Read More »जानीए कीर्ति जैन को जाने पहचानें में- साहित्य सरोज
(01) नाम -डॉक्टर कीर्ति जैन (02) उपनाम -शालू (03) जन्मतिथि -15 सितम्बर 1973 (04) पति का नाम.. श्री अनुराग जैन (05) माता का नाम .. स्वर्गीय श्री मति मनोरमा जैन (06) मूल निवासी केवल.. खरगोन (07) वर्तमान निवास का पता .. सरकारी नर्सरी के पीछे नूतन नगर कॉलोनी खरगोन 451001 (08) मोबाइल नम्बर 9425089038 , 7974699527 (09) ईमेल kjkirtijain67@gmail.com (10) …
Read More »जानें डॉ शीला शर्मा को जाने-पहचाने में-साहित्य सरोज
(01) नाम- डॉ शीला शर्मा(02) उपनाम- बबली(03) जन्मतिथि-04/09/1978(04) पति/पिता का नाम- श्री संदीप शर्मा(05) माता का नाम- के बी तिवारी(06) मूल निवासी- बिलासपुर छग(07) वर्तमान निवास का पता- गया बिहार न्यू सरकंडा बिलासपुर(08) मोबाइल नम्बर-9589591992(09) ईमेल-sheelabsp4@gmail.com(10) शैक्षिक योग्यता-MA(Sanskrit,Hindi), L.Lb. MEd, PG diploma in career counselor, life skills engineering, PGDCA, PhD in education.(11) विवाह की वर्गगाँठ- 30/4/2005(12) व्यवसाय- व्याख्याता गवर्नमेंट स्कूल(13) …
Read More »सृजन वही करता है जो अपनी अंतः निहितअपार शक्तियों को पहचानता है – डॉ शीला शर्मा
यह सत्य है कि हर इंसान को इस दुनिया में रहने के लिए अपने अस्तित्व को बनाए रखना आवश्यक है क्योंकि इतिहास गवाह है कि जो अपने अस्तित्व को बनाए रखने के लिए वातावरण के साथ समायोजित नहीं होगा अनुकूलित नहीं होगा वह नष्ट हो जाएगा। इस दुनिया में जो शक्तिहीन है वह हर समय अन्याय को सहने के लिए …
Read More »प्रेरणा-प्रिया देवांगन
एक साहित्यकार पिता ने अपनी पुत्री से कहा- “बिटिया सुनो तो।” “हाँ, पापा क्या हुआ?” एक छोटी सी बच्ची दौड़ कर आई। “आज मैंने कुछ पंक्तियाँ लिखी हैं। बैठो ज़रा मेरे पास। मैं तुम्हें सुना रहा हूँ।” पिताजी बोले। “अच्छा! जी पापाजी।” बालिका ने बड़े ध्यान से पंक्तियाँ सुनी- “बहुत सुंदर बाल कविता बनी है। पापा जी, …
Read More »स्वतंत्रता संग्राम सेनानीलाला दूनीचंद-किरण बाला
“धन्य हैं वो वीर जिन्होंने सर्वस्व देश पर वार दियामाँ भारती का कर्ज़ उन्होंने सहर्ष फर्ज से उतार दिया” देश को गुलामी के बंधन से मुक्त कराने के लिए असंख्य देशभक्त अपनी जान की बाजी लगाने से भी पीछे नहीं हटे। जिन्हें आज भी याद करते हुए हम उनके प्रति श्रद्धा से नतमस्तक हो जाते हैं। किंतु कुछ ऐसे भी …
Read More »मुसलमानो को क्यों मिलाअल्पसंख्यक का दर्जा ? सीमा
भारत में मुसलमानों को अल्पसंख्यक का दर्जा देने का निर्णय उनके जनसंख्या अनुपात के आधार पर नहीं, बल्कि उनके सामाजिक और आर्थिक स्थिति के आधार पर लिया गया है। भारतीय संविधान में अल्पसंख्यक समुदायों को विशेष अधिकार और सुरक्षा प्रदान की गई है, ताकि वे समाज में समान अवसर प्राप्त कर सकें और उन्हें किसी भी प्रकार की भेदभाव का …
Read More »शहीद की माँ बनाम पत्नी-आशा
जाके पैर ना फटे बिवाई वह क्या जाने पीर पराई। सच्च ही कहा है किसी ने, जिसे चोट लगती है उसे ही तकलीफ का एहसास होता है दूसरा कोई दर्द का एहसास नहीं कर सकता। उसी तरह जिस परिवार ने अपने बेटे को, अपने पति को देश की रक्षा के लिए कुर्बान कर दिया हो, उनकी पीर भला एक आम …
Read More »हमारा देश हमारी जिम्मेदारी-कुमकुम काव्यकृति
सुपंथ के पंथ पर,हम आगे बढ़ते जाएँगे।राष्ट्र के कल्याणार्थ हम,अपना कर्म करते जाएँगे।स्वार्थ साधना की आँधी में,अपनी दृष्टि न गवाएँगे।जी हाँ आज यही भाव भारत के हर एक नागरिक के मन में जगाने की आवश्यकता है, तभी भारत फिर से अपनी पुरातन संस्कृति को जीवंत कर पाएगा और दुनिया का मार्ग प्रशस्त करने में सक्षम होगा। आज हमारा देश आजादी …
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