रतन टाटा का नाम सिर्फ एक सफल उद्योगपति के तौर पर ही नहीं, बल्कि एक आदर्श इंसान के तौर पर भी लिया जाता है। उन्होंने भारतीय व्यापारिक जगत में बेजोड़ मुकाम हासिल किया है, लेकिन इसके साथ-साथ उनके मानवीय और संवेदनशील स्वभाव ने उन्हें आम जनता के दिलों में खास जगह दी है। 1. सादगी और विनम्रता-रतन टाटा का जीवन …
Read More »Yearly Archives: 2024
जासूसी उपन्यास के जनक गोपालराम गहमरी- सत्येन्द्र कुमार पाठक
हिंदी के महान सेवक, उपन्यासकार तथा पत्रकार ने वर्षों तक बिना किसी सहयोग के ‘जासूस’ पत्रिका निकाला और 200 से अधिक उपन्यास , सैकड़ों कहानियों के अनुवाद किए थे । रवीन्द्रनाथ ठाकुर की ‘चित्रागंदा’ काव्य का प्रथम हिंदी अनुवाद गहमरीजी द्वारा अनुवाद किया गया था । वे हिंदी की अहर्निश सेवा की, लोगों को हिंदी पढऩे को उत्साहित किया, ऐसी …
Read More »नई पीढ़ी भूलती जा रही है गोपालराम गहमरी को, सरकार भी उदासीन- अखंड गहमरी
साहित्य सरोज पत्रिका एवं गहमर वेलफेयर सोसाइटी द्वारा भारत महोत्सव लखनऊ के मंच पर प्रसिद्ध जासूसी उपन्यासकार गोपालराम गहमरी की स्मृति में एक शाम गोपालराम गहमरी कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कैप्टन के के सिंह थे। इस अवसर पर साहित्य सरोज पत्रिका के संपादक अखंड प्रताप सिंह ने कहा कि भारत मे़ं गोपाल राम गहमरी जासूसी उपन्यास …
Read More »गहमर में अभिनय कार्यशाला एवं शार्ट फिल्म निमार्ण 15 से 20 नवम्बर तक -अखंड गहमरी
गहमर: विगत 5 वर्षो की भॉंति इस वर्ष भी साहित्य सरोज पत्रिका द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में शार्ट-फिल्म एवं विज्ञापन फिल्म निर्माण हेतु जनगारूगता लाने एवं नवप्रवेशीयों को इसमें निपुण करने के उद्वेश्य से प्रशिक्षण एवं फिल्म निर्माण शिविर का आयोजन किया 15 से 20 नवम्बर तक किया गया है।जिसमें फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी प्रशिक्षण, शार्ट फिल्म एवं विज्ञापन निर्माण, क्रोमा स्टूडियो …
Read More »एक कवियत्री का प्रेम पत्र-आयुषी कुमारी
प्रियतम सब कुछ सकुशल है सिवाय मेरे हाल-ए-दिल के। पत्र तो बहुत लिखे तुम्हारे जाने के बाद तुम्हारे नाम से लेकिन कभी हिम्मत ही नहीं हुई की पोस्ट कर सकूं। तुम्हारा नाम लेते ही कितनी यादें में महक उठती है। सोचती हूं ये भी लिखूं वो भी लिखूं और जब लिखने बैठी हूं तो दिल की सारी बेचैनी उतार देती …
Read More »लाइब्रेरियन का लव लेटर-डॉ प्रदीप
सेवा में मेरी जान लव यू लॉट। जब से तुम्हें देखा मैं अपना दिल हार बैठा। रात की नींद और दिन का चैन खो बैठा। सरकारी नौकरी वाली अच्छी खासी जिंदगी चल रही थी, अब तो उल्लुओं-सी तुम्हें ताकते हुए कट रही है। यकीन मानो सच कह रहा हूँ तुम्हारे दीदार के डे वन से आज तक ऐसा पल …
Read More »पत्रकार का प्रेम पत्र-सीमा रानी
प्रिय “प्रेम की खबर: आपकी ओर से प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा में” प्रेम, जिसे आज की भाषा में सबसे बड़ी ब्रेकिंग न्यूज़ कहा जा सकता है, इस पत्रकार के दिल में भी एक ख़ास जगह बना चुका है। रिपोर्टिंग के दायरे से बाहर निकलते हुए, मैं आज आपके लिए व्यक्तिगत अनुभव साझा करने को मजबूर हूँ। यह ख़बर सिर्फ़ आपके लिए …
Read More »मौन के मनके लघुकथा -अनीता सैनी
साल अस्सी का ही रहा होगा। पिरामल, पोद्दार का बोलबाला चहुँ ओर था पर तुम्हें इन सभी से क्या मतलब था? तुम दो जोड़ी बैल से जीवन हाँकते रहे और मैं तुम्हारे पीछे-पीछे खुडों में साँसें खपाती रही। बेटी के बाप का संघर्ष सहज ही पीछा नहीं छोड़ता। मेरे बार-बार समझाने पर भी तुम एक पहर भी घर में सुख …
Read More »फिटनेस कोच का प्रेमपत्र-रेखा
प्रिय, रज्जु जब से तुम मेरी ज़िन्दगी में आए हो, सब कुछ बदल गया है। जैसे कोई अच्छा स्वास्थ्य हमारे शरीर को संतुलन देता है, वैसे ही तुमने मेरे दिल को सुकून दिया है। तुम मेरे जीवन का वह योग हो, जो मुझे मानसिक और भावनात्मक शांति प्रदान करता है। तुम्हारी मुस्कान, जैसे एक संतुलित आहार, मुझे ऊर्जा से भर …
Read More »गोपालराम गहमरी साहित्य महोत्सव में करें प्रतिभाग ऐसे
(01) ब्रहमा, विष्णु महेश, दुर्गा को न मानने वाले, तिलक न लगाने वाले, सनातनी सभ्यता संस्कृति में विश्वास न रखनें वाले, वन्देमातरम एवं भारत माता की जय न बोलने वालों इस कार्यक्रम से पूरी तरह दूर रहें। इस पर समझौता करने की सलाह मत दें। (02) कार्यक्रम में आने वाला हर साहित्यकार/कलाकार हमारे लिए अतिथि है। समान महत्व रखता है। …
Read More »