Yearly Archives: 2025

मॉंग लिया ओटीपी निकल गये पैसे, अब क्‍या करें बाबा?

मॉंग लिया ओटीपी निकल गये पैसे, अब क्‍या करें बाबा?

श्री श्री 420840 स्वामी बाबा अखंडानंद जी महराज ‘गजगमिनियॉं वाले’ का दरबार भक्त ने पूछा –“बाबा जी, मैंने ऑनलाइन एक लिंक पर क्लिक किया और अब मेरे खाते से पैसे उड़ गए! क्या करूँ?” बाबा मुस्कराए और बोले –“बेटा, वो लिंक नहीं था, वो तो खुद एक चोर था! अगर तुम उसे पकड़ना चाहते हो, तो पहले अपना दिमाग लगाओ! …

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मोबाइल चोरी हो जाए तो क्या करें? भक्‍तों के सवाल

मोबाइल चोरी हो जाए तो क्या करें?

मोबाइल तो मनुष्य का आज का बटुआ है, डायरी है, प्रेमपत्र है, और नौकरी का रास्ता भी।अगर यही गुम हो जाए तो आदमी सिर्फ इंसान नहीं रहता — वो भक्त हो जाता है! और जब भक्त के मन में पीड़ा हो, तो बाबा का दरबार लगता है…” भक्त का सवाल: “हे बाबा!मोबाइल चोरी हो गया… उसमें मेरा आधार भी था, …

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गोपालराम गहमरी: हिंदी साहित्य के अप्रतिम सेवक

(1866 – 1946) गोपालराम गहमरी हिंदी साहित्य के एक ऐसे स्तंभ थे, जिन्होंने न केवल उपन्यास लेखन में विशिष्ट पहचान बनाई, बल्कि पत्रकारिता और अनुवाद के क्षेत्र में भी अद्वितीय योगदान दिया। वे हिंदी भाषा के सच्चे सेवक थे जिन्होंने अपने जीवन का हर क्षण हिंदी को समर्पित किया। गहमरी जी ने लगभग 200 उपन्यास लिखे और सैकड़ों विदेशी कहानियों …

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खत्‍म होती रिश्तों की मिठास कैसे -दीपमाला

“वसुधैव कुटुम्बकम”की भावना से ओत प्रोत सनातन संस्कृति l जहाँ सिर्फ अपना परिवार ही नहीं अपितु समस्त वसुंधरा ही अपना परिवार है ये भावना समाहित होती थी सभी के हृदय में l सभी उसे जीवंत बनाते हुए उसका पालन भी करते थे l बिना परिवार की कल्पना करना भी सबके लिए कल्पना से परे था l संयुक्त परिवार में रहना, …

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सूनी रही होली- आखिर क्‍यों-अखंड गहमरी

अखंड गहमरी गहमर, जो अपनी वीरता और संस्कृति के लिए जाना जाता है, इस बार होली पर कुछ उदास-सा दिखा। जहाँ पहले रंगों की बौछार, ढोल-मंजीरे की धुन और फगुआ के गीतों से गलियाँ गुलजार रहती थीं, वहीं इस बार सन्नाटा पसरा रहा। नशे पर भारी मोबाइल! पहले जहाँ लोग भांग, ठंडाई और होली के रंग में सराबोर होकर मस्ती …

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2025 के आयरन लेडी की कहानी उनकी जुबानी

जीवन एक संघर्ष है पर हमें हार नहीं माननी होती । दरअसल हम हार मान लें तो जीवन वहीं ढहर सा जाता है। जब मैं दसवीं कक्षा में थी तो मेरे पिताजी का देहांत हो गया। एकदम से लगा मानो सारी दुनिया ही पलट गई हो। मानसिक रूप से एकदम टूटने के बाद भी मेरी मम्मी ने बहुत हिम्मत की …

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रंगों का त्योहार होली आपसी सौहार्द का प्रतीक- डॉ शीला शर्मा

होली: खुशी, उत्साह और आपसी सौहार्द का प्रतीक – रंगों का त्योहार होली खुशी, उत्साह और आपसी सौहार्द का प्रतीक है। यह भारत के सबसे प्राचीन और लोकप्रिय त्योहारों में से एक है, जिसे न केवल भारत में बल्कि नेपाल सहित दुनिया भर के 50 से अधिक देशों में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। होली सिर्फ हिंदू संस्कृति तक …

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अनोखी दोस्‍ती-प्रबुद्धो घोष

रहस्यमय दुनिया में निश्चलरहस्यमय माहौल से भरी हवा में 55 वर्षीय निश्चल डूबे हुए थे। उन्हें तंत्र-मंत्र, भूत-प्रेत और अनदेखी शक्तियों में गहरी रुचि थी। उनका छोटा सा घर प्राचीन वस्तुओं, रहस्यमयी किताबों और एक अजीब-सा माहौल से सजा हुआ था, जो आने वाले लोगों को सहमाने पर मजबूर कर देता था। निश्चल की दुनिया में बस दो वफादार साथी …

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स्‍पाइसजेट के कर्मचारीयों पर दहाड़ी बनारस की शेरनी -जाने पूरा मामला

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पहला भाग (1 मार्च 2025 की घटना)1 मार्च 2025 को दिल्ली एयरपोर्ट पर स्पाइसजेट ने दिल्ली से लेह जाने वाली फ्लाइट को मौसम के आधार पर रद्द कर दिया। फ्लाइट में 15 सैनिक और 125 सामान्य यात्री थे। फ्लाइट के रद्द होने के बाद स्पाइसजेट ने यात्रियों को कोई सुविधा नहीं दी और न ही उन्हें वैकल्पिक फ्लाइट का विकल्प …

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महाकुंभ में श्रद्धालुओं और मौत के बीच बने रहे सिपाही और दरोगा

महाकुंभ में श्रद्धालुओं और मौत के बीच बने रहे सिपाही और दरोगा

महाकुंभ जैसे आयोजन पर कलम चलाने से पहले बहुत कुछ सोचना पड़ता है। एक बार अधजल ज्ञान से इस पर लिखा जा सकता है, लेकिन उसकी प्रकृति, महत्त्व और रंगों पर लिखना हम साधारण मानव के बस की बात नहीं है। इसीलिए मैंने महाकुंभ में कई दिनों के प्रवास के बाद भी कुछ लिखने की हिम्मत नहीं जुटाई। परंतु अपने …

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