उत्तराखंड में उत्तरकाशी जनपद के सिलक्यारा टर्नल की घटना न तो हादसों के क्रम में पहली थी और न ही अंतिम। एक तरफ इस घटना ने न केवल देश वासियों का ही ध्यान आकृष्ट किया बल्कि, इजराइल – फिलीस्तीन और रूस – यूक्रेन युद्ध से भी जादा विश्व का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट किया। 17दिनों तक पल पल मौत और …
Read More »भाषाई शिष्टता के साथ सामाजिक सरोकारों के पैरोकार हैं अरुण अर्णव खरे. नवीन कुमार जैन
पेशे से इंजीनियर अरुण अर्णव खरे का लेखन बहुआयामी है | उन्होंने साहित्य की सभी मुख्य विधाओं में कलम चलाई है | आज वह कहानी व व्यंग्य लेखन में देश भर में चर्चित है।जितना मैंने अरुण अर्णव खरे को पढ़ा है उस आधार पर मैं निसंकोच कह सकता हूँ कि वे अपने लेखन के प्रति गंभीर और ईमानदार हैं | …
Read More »पाओ बेशरम हँसी अनलिमिटेड- अरुण अर्णव खरे
मेरे एक मित्र हैं टेकचंद जो अपने इनोवेटिव आइडिया के लिये पहिचाने जाते हैं | उनका दिमाग बिना रनवे के भी ऊबड़-खाबड़ रस्ते से भी टेक-ऑफ कर लेता है और ऐसे-ऐसे जज्बाती, उत्पाती, खुरापाती तथा करामाती आइडिया लेकर लैण्ड करता है कि सब दाँतों तले उँगलियाँ दबाने लगते हैं | उनकी इसी खूबी के कारण ही मेरी मित्र-मण्डली बिना उनके …
Read More »तू मेरी जिंदगी है-प्रतिभा
कमलेश द्विवेदी लेखन प्रतियोगिता -4 कवितासाहित्य सरोज पेज को लाइक एवं फालो करें, परिणाम व लिंक पेज पर https://www.facebook.com/profile.php?id=100089128134941 गुलज़ार की गुल तू, सहर की वो सबा तू,मेरे शबे महताब, तू मेरी बंदगी है। बिखर न जाऊं कहीं, सिमट न जाऊं कहीं,समय की धड़कन, तू मेरी जिंदगी है। बज़्म की शान तुझसे, रहगुज़र तुझसे,तड़प मेरे हिज्र की, तू मेरी बंदगी …
Read More »तू मेरी जिन्दगी है- ओमवीर करन
कमलेश द्विवेदी लेखन प्रतियोगिता -4 कवितासाहित्य सरोज पेज को लाइक एवं फालो करें, परिणाम व लिंक पेज पर https://www.facebook.com/profile.php?id=1000891281349 तू मेरी जिंदगी है तू मेरी रूह तक जुड़ी है, मुझे अपना नहीं तेरा ख्याल है मुझे तेरी पड़ी है। मैंने तुझे लेकर क्या-क्या ख्वाब नहीं देखे? मेरी मोहब्बत को तुझसे उम्मीद बड़ी है। बुरा सोचूं भी तो सोचूं कैसे से …
Read More »रेखा आंटी- सोनू
कमलेश द्विवेदी लेखन प्रतियोगिता -4 संस्मरण साहित्य सरोज पेज को लाइक एवं फालो करें, परिणाम व लिंक पेज पर https://www.facebook.com/profile.php?id=1000891281349 ” रेखा आंटी ! आपने अभी अभी जो रंगोली बनाई ना । उस रंगोली के सारे रंग अनमोल चुरा के ले गया । ” राजू ने हांपते हुए रेखा आंटी को एक ही सांस में कह दिया । ” कौन …
Read More »रेखा आंटी-प्रतिभा जोशी
कमलेश द्विवेदी लेखन प्रतियोगिता -4 कहानी साहित्य सरोज पेज को लाइक एवं फालो करें, परिणाम व लिंक पेज पर https://www.facebook.com/profile.php?id=100089128134941“राम राम आंटी”, घर में चल रहे कंस्ट्रक्शन काम के लिए मजदूरी करने आई महिला रेखा को खड़ा देख बोली और काम में जुट गई। रेखा उसे देख बिना प्रतिक्रिया दिए हुँह बोलते हुए घर में चली गई।“माँ, यह आंटी का …
Read More »फेकुलरिज्म का क्रैश कोर्स-विनोद विक्की
साहित्य सरोज पेज को लाइक एवं फालो करें, परिणाम व लिंक पेज पर https://www.facebook.com/profile.php?id=100089128134941 निःशुल्क फेकुलर प्रशिक्षण केंद्र में आपका स्वागत है।यदि आप मे भी फेकुलरिज्म के प्रति रुचि है और फेकुलर बनने की इच्छा है तो चले आइए हमारे संस्थान में। हम आपको बिना हींग फिटकरी लगाए एक जिम्मेदार फेकुलर नागरिक बनने के …
Read More »यादों की ज्योतिर्मय दिवाली
साहित्य सरोज पेज को लाइक एवं फालो करें, परिणाम व लिंक पेज पर https://www.facebook.com/profile.php?id=100089128134941 यादों के कारवाँ ने शैशव से लेकर अब तक के अनूठा दीयों का त्यौहार दिवाली पर चिंतन की कलम ने स्वतः ही संस्मरण में गुन दिया है ।प्रकाश पर्व यानी दीपोत्सव । दीयों का प्रकाश सब का जीवन रोशन करे ।दिवाली की यादों का पिटारा दर परत दर दिल के …
Read More »जीह्वा कमाल की
आप सभी ने अपने दादा, दादी, नाना, नानी को वृद्ध होते देखा होगा यानि छोटेपन से उनके साथ समय अवश्य ही बिताया होगा। उसी दौरान आपने पाया होगा कि धीरे धीरे वे शिथिल होते जाते हैं। कभी उनके दाँतों में तकलीफ होती है तो कभी आँखों में। इसी प्रकार अनेक अंग से वे लाचार होते चले जाते हैं।यहाँ तक की …
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