आ जाओ अब साथी मेरे , पल -पल लगे वीराना ।
तुम आओ तो जीवन महके, मौसम बड़ा सुहाना।।
चोरी -चोरी नेह लगाकर ,मन मे तुम्हें बसाया ।
प्यारी -प्यारी दिल की बातें , आकर तुझे सुनाया।
तेरे आने की आहट सुन ,
चहके दिल दीवाना ।
तुम आओ तो जीवन महके , मौसम बड़ा सुहाना।
सूना -सूना आँचल मेरा ,
बोलो कौन सँवारे ।
सूनी -सूनी अखियाँ मेरी ,
तेरा नाम उचारे ।
नेह रंग से भींगा है तन ,
यह है तुझे बताना ।
तुम आओ तो जीवन महके , मौसम बड़ा सुहाना।
कोरे-कोरे मन को मेरे ,
कैसा रोग लगाया ।
सिंदूरी सपने सभी देखूँ ,
जोगी बन भरमाया ।
सुधियों के सागर छलकें हैं , गीत प्रेम का गाना ।
तुम आओ तो जीवन महके , मौसम बड़ा सुहाना।
अनीता मिश्रा ‘ सिद्धि ‘
दानापुर पटना बिहार।