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साहित्य समारोह, संपन्न – मीना सिंह

गाजीपुर जिले में स्थित गहमर ग्राम अपने आप में अनूठा और ऐतिहासिक गांव है।यह गांव वीरो की भूमि, शहीदों की भूमि और साहित्यकारों की भूमि के लिए मशहूर है। यहां के फौजी भाई, अपनी देश सेवा और वीरता के लिए मशहूर है।यहां पर मां गंगा का स्वच्छ और निर्मल रूप प्राकृतिक सौंदर्य मन को मोह लेने वाला है। अत्यंत प्राचीन ऐतिहासिक मंदिरों के लिए मशहूर है जिसमें की मां कामाख्या का मंदिर सिद्ध शक्तिपीठ ख्याति प्राप्त है।राजपूत का बाहुल्य होने तथा उनकी कुलदेवी मां कामाख्या और कुल देवता बड़का बाबा को माना जाता है।साहित्य की दुनिया में जासूसी उपन्यास कर के रूप में गोपाल राम गहमरी जी की जन्मस्थली भी है । सर्वश्रेष्ठ रचनाकार के रूप में जासूसी उपन्यासकार गोपाल राम के गहमरी जी की स्मृति में इस गांव में हर वर्ष साहित्यिक सांस्कृतिक लोक नृत्य गायन वादन फिटनेस रोजगार और शोध पत्र पर कार्य किया जाता है। जो कि गहमर गांव के ही अखंड सिंह जी के द्वारा वेलफेयर सोसाइटी के माध्यम से गोपाल राम जी की स्मृति में आयोजित किया जाता है
हमारे पूर्वज भी इसी गांव में रहते थे।अब लगभग 50 वर्षों से मध्य प्रदेश में अपना निवास स्थान बना चुके हैं। किंतु जन्मभूमि और कर्मभूमि अलग होने के बावजूद भी आगामी पीढ़ियां भी इस गांव को भूल नहीं सकेगी।साहित्य लेखन में मेरी रुचि विवाह पूर्व से ही थी, और पत्र पत्रिकाओं में मेरे लेख और रचनाएं छपती रही विवाहोंपरांत मंचों पर जाना स्कूल कॉलेज स्तर पर शिक्षिका और कवित्री होने के नाते बना रहा। कोरोना काल से हमारी शिक्षण सेवाएं स्कूल(बेथेल मिशन इंग्लिश मीडियम हायर सेकेंडरी स्कूल अनूपपुर) में बंद हुई इसके पश्चात भी बच्चों को कोचिंग का कार्य अनवरत आज भी चल रहा है।
लेखन के क्षेत्र पर ऑनलाइन ऑफलाइन अनेक कार्यक्रम देने के बीच ही हम साहित्य सरोज पत्रिका के संपादक डॉ अखंड सिंह जी से जुड़े और हमें भी इस 9वा गोपाल राम गहमरी स्मृति समारोह में शामिल होने का सुनहरा अवसर प्राप्त हुआ।
कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण- 9वागोपाल राम गहमरी साहित्यिक समारोह के साथ-साथ हर प्रकार की प्रतिभाओं को मंच प्रदान करता है इस कार्यक्रम में मथुरा से आए हुए कलाकारों के द्वारा जिसमें की बाल कलाकार भी थे मनोरम दृश्य प्रस्तुत कर नागनाथैया और फूलों की होली मुख्य आकर्षण का केंद्र रहे।
लोकगीतों को सुनकर अपने भारत देश की सभ्यता और संस्कृति का भी परिचय मिल मधुर बांसुरी वादन की शानदार प्रस्तुति, बहुत ही शानदार नृत्य का प्रदर्शन गरिमामयी भावाभिव्यक्ति के द्वारा प्रस्तुत की गई।फिल्म जगत से मशहूर फिल्मकार जो लघु फिल्म टेली फिल्म के अलावा बॉलीवुड में भी अपनी धूम मचा रहे हैं श्री सुनील दत्त मिश्रा जी की भी नई फिल्मों को प्रोजेक्टर में दिखाया गया।धर्म और आध्यात्म का दर्शन भी हृदय और मस्तिष्क में छाप छोड़ चुका है प्रातः कालीन इस कार्यक्रम के संचालक अखंड सिंह जी के द्वारा गंगा स्नान के लिए ले जाना और नौका विहार और मां भवानी के दर्शन और गर्भ ग्रह के समक्ष महंत जी के सानिध्य में काव्य पाठ का बहुत ही सुंदर आयोजन किया गया।कार्यक्रम के दूसरे दिन रात्रि में कवयित्री सम्मेलन जिसमें की सभी कवियत्रियों ने अपनी शानदार एक से बढ़कर एक रचनाएं सुनाएं और तृतीय दिवस सभी ने कवि सम्मेलन ,सम्मान समारोह में हिस्सा लिया।गांव के सभी प्रतिष्ठित जन और संभ्रांत नागरिक गण के साथ-साथ सभी परिवार जनों से मिलकर आत्मिक हर्ष की प्राप्त हुई।यहां पर भोजन-ग्रामीण क्षेत्र से जुड़े हुए मशहूर बाटी,चोखा बहुत ही स्वादिष्ट और सरल और सुपाच्यअपने आप में विशेष था।नया गोपाल राम गहमरी साहित्य सम्मेलन अपने आप में विशिष्टता लिए हुए था क्योंकि दूर-दूर से आए हुए सभी रंगकर्मी ,कलाकार रचनाकार और फिल्मकार जिनके सानिध्य में बहुत कुछ सीखने और समझने को मिला और अविस्मरणीय रहा कार्यक्रम के लिए बीते हुए साल सुख में रहे और नव वर्ष का आगाज खुशियों भरा हो स्वास्थ्य रक्षा हो और आने वाले समय में साहित्य साधना का अनवरत प्रयास जारी रहे और 10वीं गोपाल राम गहमरी साहित्य सम्मेलन और नववर्ष2024 की अनंत शुभकामनाएं।
श्रीमती मीना सिंह मीनानिल, अनूपपुर मध्य प्रदेश।

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