भारत में जासूसी उपन्यासों के जनक कहे जाने वाले प्रसि( 9वां गोपाल राम गहमरी साहित्य एवं कला महोत्सव 24 दिसम्बर को समाप्त हो गया। इस महोत्सव में देश भर से आये 40 से अधिक साहित्यकारों एवं कलाकारों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ 22 दिसम्बर 2023 को मुख्यअतिथि एशिया महाद्वीप के सबसे बड़े गांव के प्रधान बलवंत सिंह बाला एवं विशिष्ठ अतिथि सूर्या हास्पीटल के प्रबन्धक डाक्टर संजीव सिंह के द्वारा दीप प्रज्जवलन कर किया गया। कार्यक्रम के प्रारंम्भ में सबसे पहले विगत 1 वर्ष में संसार से विदा हुए जाने-अंजाने साहित्यकारों एवं कलाकारों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रख कर सभी को श्र(ाजंली दी गई। मुख्यअतिथि के स्वागत उपरान्त डाक्टर संदीप अवस्थी जी द्वारा ”भारतीय संस्कृति में आध्यात्मिकता पर आनलाइन एवं आफलाइन चर्चा का आयोजन किया गया था। आफलाइन चर्चा में जयपुर से आये गोप कुमार मिश्र की अध्यक्षता में लखनऊ से आये ओम जी मिश्र, हाथरस से आयी संतोष शर्मा शान, गहमर से आये केशव प्रसाद उपाध्याय, आयोजक अखंड गहमरी ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन इन्दौर से आयी रश्मि राज शर्मा ने किया।
23 दिसम्बर को प्रथम सत्र अतिथिं के स्वागत था। इस सत्र के मुख्य अतिथि गहमर के समाजसेवी सुधीर सिंह जी थे। कार्यक्रम की शुरूआत में सभी अतिथियों नेअपना अपना परिचय दिया और आयोजक द्वारा माल्यपर्ण कर उनका स्वागत किया गया। द्वितीय सत्र कहानी सुनाने का था, जिसमें राजेश भटनागर जी, डक्टर अपूर्वा अवस्थी जी एवं प्रियंकाखंडेलवाल जी ने अपनी-अपनी कहानी का वाचन किया। प्रियंका खंडेलवाल जी ने अपनी मातृभूमि वृंदावन के बंदरों पर आधारित कहानी का वाचन किया, वही राजेश भटनागर जी अपनी कहानी में भूण हत्या को प्रमुखता दिया था। इस प्रकार पहले दिन का दो सत्र समाप्त हुआ।
तीसरा सत्र फिटनेश एवं रोजगार पर चर्चा का था, ममता सिंह के द्वारा आयोजित एवं धर्मेन्द्र सिंह के संचालन में आायोजित कार्यक्रम में राजू सिंह, हरिशचन्द्र सिंह, धर्मेन्द्र सिंह, संजय सिंह, धर्मराज सिंह, मनोज सिंह ने अपने अपने विचार वक्त करते हुए फिटनेस के महत्व को समझाया।
दूसरे दिन के कार्यक्रम का चौथा सत्र लोकगीत, नृत्य और कृष्ण लीला का था।सत्र की शुरूआत हाथरस से आई संतोष शर्मा शान की एकांकी अपंग भिखारन की व्यथा से हुई। उसकी एकांकी के प्रस्तुतिकरण के समय पूरे कार्यक्रम स्थल पर खामोशी छा गई। उन्होनें एक अपंग भिखारन के उस दर्द को चित्रित किया जिसमें अपने अपने भूख दुधमुहे बच्चे के लिए दूध मांगती है लेकिन कोई उसे दूध नहीं देता। दूध के आभाव में उसका बच्चा मर जाता है लेकिन वह समझ नहीं पाती है कि उसका बच्चा मर गया।
उसके लखनउ से आयी जाह्वी कुमारी का नृत्य प्रस्तुत हुआ। जयपुर से आये राजेश कुमार भटनागर जी ने बासुरी वादन से अपना शमां बाध दिया। का बांसुरी वादन एवं लखनऊ से आई अपूर्वा अवस्थी, गीतिका श्रीवास्तव, कनक वर्मा, रीता श्रीवास्तव, निशा मोहन, पूर्वी चम्परान से आये पंडित निराला स्वामी एवं जयपुर से आये गोप कुमार मिश्र द्वारा लोकगीत का कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम मेंवृंदावन से आयी प्रियंका खंडेलवाल, तारिका खंडेलवाल, मोहन खंडेलवाल, पुष्पा खंडेलवाल, संतोष शर्मा शान, गहमर की नम्रता सिंह एवं उनकी टीम द्वारा नाग नथैया, एवं फूलों की होली का मनभावन आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम की मुख्यअतिथि पूर्व सहकारिता मंत्री लेखिका एवं कवयित्री संगीता बलवंत जी थी। इस अवसर पर उन्होनें सभी को अपनी स्वरचित कविता भी सुनाई।
द्वितीय दिन का पांचवा सत्र कवयित्री सम्मेलन का था, जिसमें दिल्ली से आई पुष्पा सिंह की अध्यक्षता में अनुपपुर मध्य प्रदेश से आयी मीना सिंह, लखनऊ से आई अपूर्वा अवस्थी, कनक वर्मा, गीतिका श्रीवास्तव गाजीपुर से आईज्योति कुशवाहा एवं मुंगेर बिहार से आयी कुमकुम काव्यकृति ने काव्यपाठ किया। कार्यक्रम रात 01 बजे तक चलाता रहा। संचालन अखंड गहमरी ने किया । इस प्रकार 9वें गोपालराम गहमरी महोत्सव का दूसरा दिन समाप्त हुआ।
कार्यक्रम के तीसरे एवं अंतिम दिन की शुरूआत गंगा स्थान एवं मां कामाख्या दर्शन से हुई। सुबह 7 बजे सभी अतिथि गहमर के नारायणी गंगाघाट पर आयोजक की व्यवस्था से पहुँचे। गंगा में स्नान एवं आराधना के बाद सभी नाव से बीच धारा में जाकर गंगा मां की परिक्रमा किया और फिर मां कामाख्या धाम के लिए प्रस्थान कर गये। मां कामाख्या धाम पर पूजन इत्यादि के बाद गर्भगृह के पास सभी अतिथियों ने अपनी-अपनी भक्ति मय रचना मां को समर्पित किया। काव्य प्रस्तुति के बाद मंदिर के मंहत श्री आकाश तिवारी जी द्वारा सभी को प्रसाद एवं अंगवस्त्रम् देकर चाय नास्ते की व्यवस्था किया गया।
तीसरे दिन कार्यक्रम स्थल पर तृतीय सत्र में मन की बात कार्यक्रम शुरू हुआ जिसमें लखनऊ से आये क्रिसटल किसलय, ज्योति किरण रतन, डॉ अपूर्वा अवस्थी, हाथरस से आयी संतोष शर्मा शान, जयपुर से आये गोप कुमार मिश्र, जयपुर से ही आये राजेश कुमार भटनागर, दिल्ली से आयीं पुष्पा सिंह इत्यादि ने अपने विचार प्रस्तुत किये। इस सत्र के बाद भोजन का कार्यक्रम हुआ। भोजन के बाद सीधे तौर पर हम फोटोग्राफी की कार्यशाला से जुड़े और लखनऊ की डाक्टर अपूर्वा अवस्थी को गोपाल राम गहमरी स्मृति सम्मान गीतिका श्रीवास्तव को रामयश सिंह तहसीलदार स्मृति सम्मान, कनक वर्मा को साहित्य सरोज स्मृति सम्मान, रीता श्रीवास्तव भोला नाथ गहमरी स्मृति सम्मान, निशा मोहन साहित्य सरोज सारस्वत सम्मान, ज्योति किरण रतन को हिन्दी साहित्य एवं कला के क्षेत्र में सर्वांर्गिण विकास हेतु संस्था की सबसे बड़ा महिला सम्मान श्री सरोज सिंह गौरव सम्मान एवं दिल्ली से आयी पुष्पा सिंह को उपन्यास लेखन के क्षेत्र में गोपालराम गहमरी उपन्यासकार सम्मान 2023 से सम्मानित किया गया।
रात 8 बजे कवि सम्मलेन की शुरूआत वृदांवन से आयी तारिका खंडेलवाल की सरस्वती वंदना से हुई। उसके उपरान्त हाथरस से आयी संतोष शर्मा शान, लखनऊ से आये क्रिसटल किसलय, जयपुर से आये गोप कुमार मिश्र, राजेश कुमार भटनागर, आगरा से आये गणेश शर्मा विद्यार्थी, प्रयागराज से आये दयाशंकर, गाजीपुर से आई रवीना, बॉदा से आये डाक्टर बृजेश कुमार गुप्ता, खगड़िया से आये विनोद कुमार विक्की, पूर्वी चम्परान से आये पंडित निराला स्वामी ने गाजीपुर से आये विनय राय बबुरंग की जी की अध्यक्षता में काव्यपाठ किया। संचालन हरदोई से आये राम भोले शर्मा पागल ने किया। मुझे भी इस अवसर पर नारायणी संस्था दिल्ली, फिल्म निर्माता सुनील दत्त मिश्र, लखनऊ से आयी डा अपूर्वा अवस्थी, कनक वर्मा, रीता श्रीवास्तव इत्यादि एवं वृदांवन से आये पिता तुल्य मोहन खंडेलवाल एवं मां पुष्पा खंडेलवाल द्वारा आयोजक अखंड गहमरी को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के अंतिम चरण में सम्मान समरोह का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि वर्तमान जमानियां विधायक ओम प्रकाश सिंह के प्रतिनिध अभिमन्यु सिंह द्वारा हिन्दी साहित्य एवं कला के क्षेत्र में बहुमुल्य योगदान हेतु जयपुर के गोप कुमार मिश्रा को राजा धाम देव राव गौरव सम्मान, महोबा के डाक्टर बृजेश कुमार गुप्ता को साहित्य सरोज शिक्षक सम्मान 2023, ईशिका शर्मा को साहित्य सरोज बाल कलाकार सम्मान 2023, हाथरस की संतोष शर्मा शान को उत्कृष्ठ एकांकी प्रस्तुतिकरण के लिए गोपाल राम गहमरी अमिनय सम्मान2023, वृदांवन की तारिका खडेलवाल को गोपाल राम गहमरी बाल कलाकार सम्मान 2023, बिलासपुर की सुनील दत्त मिश्रा को गोपालराम गहमरी चलचित्र निर्माता सम्मान 2023, मथुरा की प्रियंका खंडेलवाल जी को लेखक के क्षेत्र में साहित्य सरोज गौरव सम्मान, काव्य लेखन में अनुपपुर मध्य प्रदेश की मीना सिंह को गोपालराम गहमरी रचनाकार सम्मान 2023,
राजेश कुमार भटनागर को कहानी लेखन के क्षेत्र में गोपालराम गहमरी कहानीकार सम्मान 2023, कविता लेखन के क्षेत्र में ओम जी मिश्र गोपालराम गहमरी काव्य गौरव सम्मान 2023, काव्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए आगरा के गणेश शंकर शर्मा को गोपालराम गहमरी काव्य साधक सम्मान 2023, पुस्तक देहगंध को गोपालराम गहमरी पुस्तक सम्मान 2023, व्यंग्य विधा के क्षे़त्र में उल्लेखनीय योगदान हेतु खगड़िया के विनोद कुमार विक्की को गोपालराम गहमरी व्यंग्य साधक सम्मान 2023, उज्जैन से आई डाक्टर रश्मि राज वर्मा को कविता लेखन में साहित्य सरोज गौरव सम्मान 2023, चिकित्सा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदार हेतु बक्सर बिहार के डाक्टर ज्ञान प्रकाश सिंह को गोपालराम गहमरी चिकित्सक सम्मान 2023, प्रणाम प्रर्यटन को गोपाल राम गहमरी पत्रिका सम्मान 2023, भोजपुरी भाषा के सर्वगीण विकास में बहुमुल्य योगदान हेतु डेढ़गांवा गाजीपुर के विनय राय बबुरंग जी को वीर मैगर सिंह स्मृति सम्मान 2023, बरेली की डाक्टर निशा शर्मा को गद्य विधा में बहुमुल्य योगदान हेतु श्रीमती सरोज सिंह गौरव सम्मान 2023, अमरपुर बिहार के डॉ आलोक प्रेमी को गद्य लेखन के क्षेत्र में गोपालराम गहमरी युवा लेखक सम्मान 2023 देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की समाप्ति पर संस्था के सर्वोच्च सम्मान राजाधाम देव राव सम्मान से सम्मानित गोप कुमार मिश्र ने कहा कि हम सभी सम्मान प्राप्तकर्ताओं की जिम्मेदारी है कि वह इस वर्ष को गोपालराम गहमरी के नाम पर समर्पित करें और कोशिश करें कि वह कम से कम दो जासूसी कहानीयां लिखें और दो कहानीयों की समीक्षा करके अपने क्षेत्र में कम से कम एक बार जासूसी कहानी के लेखक पर कार्यशाला का आयोजन करें।
विदाई कार्यक्रम में गहमर वेलफेयर सोसाइटी के प्रबन्धक एवं साहित्य सरोज पत्रिका के प्रकाशक अखंड प्रताप सिंह ने सबका आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह आयोजन सीखने और सिखाने के लिए होता है, इस वर्ष वह रोजगार, फिटनेस, कला, संस्कृति से जोड़ने का प्रयास करने के लिए देश भर में कैंप लगायेगी।
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