त्रैमासिक पत्रिका साहित्य सरोज एवं गहमर वेलफेयर सोसाइटी, गहमर द्वारा ग्रामीण क्षेत्रो में अभिनय, मॉडलिंग, शार्ट- फिल्म निर्माण को बढ़ावा देने के लिए 5 दिवसीय लघु फिल्म निर्माण एवं प्रशिक्षण शिविर गंगा तट पर स्थित एशिया के सबसे बड़े गॉंव और गोपालराम गहमरी की जन्म भूमि गहमर, जनपद गाजीपुर, उत्तर प्रदेश में दिनांक 18 से 23 जून तक आयोजित हो रहा है। जिसमें पर्यावरण, शहीदों के परिवार की समस्या, साहूकारों के अत्याचार (भोपाल कांड) , गंगा, मॉं कामाख्या धाम पर वृतचित्र, एवं कई समाजिक, मनोरंजक, कलात्मक लघु फिल्मों का निमार्ण एवं फिल्म निमार्ण के वीडियोग्राफी, कहानी लेखन, अभिनय, तकनीकी पक्ष, एंकरिंग, प्रमोशन इत्यादि का प्रशिक्षण दिया जायेगा। इसके साथ ही माॅडलिंग फोटोशूट, कुछ गीतों पर अभिनय का भी कार्यक्रम होगा। प्रशिक्षण के उपरान्त सभी प्रशिक्षकों को प्रमाण पत्र एवं उपहार से सम्मानित किया जायेगा।
शिविर में मुख्य प्रशिक्षक के रूप में कलाकार एवं लेखक पूर्व सहायक कृर्षि निदेशक भारत सरकार किशोर श्रीवास्तव, सरोजिनी नायडू शासकीय कन्या स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय भोपाल के पुस्तकालयाध्यक्ष एवं मध्यप्रदेश पुस्तकालय संघ के अध्यक्ष रंगमंच कलाकार डॉ प्रभात पाण्डेंय , उत्तर प्रदेश की प्रसिद्व नृत्यांगना ज्योती किरण रतन, अंडमान रेडियो की आशा गुप्ता अंशू होगीं, आरा बिहार से गायक अवधेश नारायण सिंह ऊर्फ बाला जी टाइगर। फिल्म निर्माण के दौरान किशोर श्रीवास्तव जी, डॉ प्रभात पाण्डेंय जी एवं आशा गुप्ता की कहानियों पर भी शार्ट-फिल्म का निर्माण होगा।
कहानियों का चयन एवं कलाकारो के चयन के लिए ऑन/ऑफलाइन ऑडीसन 6 जून से शुरू होगा। प्रशिक्षण प्राप्त करने वालों के रहने एवं भोजन का इंतजाम पत्रिका द्वारा होगा। इस प्रशिक्षण का शुल्क 1500 रूपये रखा गया है। यदि प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले मॉडलिंग एव अभिनय करना चाहेगें तो उन्हें अपने ड्रेस एवं श्रंगार का सामान साथ लाना होगा। अभिनय एवं माडलिंग में कार्य या प्रशिक्षण के इच्छुक आयोजक एवं निर्माता एवं साहित्य सरोज पत्रिका के आयोजक अखंड गहमरी जी 9451647845 पर से संपर्क करें।
इस शिविर में साहित्य सरोज पत्रिका की विशेष सर्वे योजना 100 शहर 10000 लोग के लिए भी कलाकार का चयन होगा।
आपको बताते चलें कि साहित्य सरोज पत्रिका के प्रकाशक अखंड गहमरी लेखन, अभिनय एवं कला के क्षेत्र में सराहनीय कार्य कर रहे हैं। उनके द्वारा गहमर में कई फिल्मों की शूटिंग कराई जा चुकी है। दो बार राज्यपाल सम्मान से सम्मानित अखंड गहमरी की गॅजगमिनिया व्यंग्य काफी प्रसिद्व रहा है। वह एक अच्छे फोटो एवं वीडियोग्राफर भी हैं।
बहुत बढ़िया योजना। गांव गांव, शहर शहर में अभिनय, फिल्म कला, निर्माण जैसे उद्योग को बढ़ावा देना कोई आसान काम नहीं है। ये आप लोगों का कला के प्रति प्रेम और लगन है कि आपने इस दुष्कर कार्य को करने का बीड़ा उठाया है। हर वर्ष कार्यशालाएं और गैर कमर्शियल फिल्मों का निर्माण एक कठिन डगर है, आप सबको दिल से नमन । बहुत बहुत शुभकामनाएं और मंगल कामनाएं। आदीश जैन दादा