कई बार हमें रात में बार-बार प्यास लगती है, जिससे हमारी नींद में भी खलल पड़ता है। अगर आपको रात में ज्यादा प्यास लगने लगे तो से नजरअंदाज करना ठीक नहीं है। बार-बार प्यास लगने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, यह कुछ गंभीर बीमारियों का संकेत भी हो सकता है। अगर आपको रात में बार-बार प्यास लगती है तो इसे हल्के में न लें और ध्यान दें। आइए यहां जानते हैं।
मधुमेह का लक्षण- रात में अधिक प्यास लगने का सबसे आम कारण मधुमेह हो सकता है। जब शरीर में शुगर का स्तर बढ़ जाता है तो किडनी उसे बाहर निकालने की कोशिश करती है। इससे शरीर में पानी की कमी हो जाती है और प्यास बढ़ जाती है।
निर्जलीकरण-अगर आप दिन भर में पर्याप्त पानी नहीं पीते हैं तो रात में आपके शरीर को अधिक पानी की जरूरत महसूस हो सकती है। इससे रात में बार-बार प्यास लग सकती है। दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना जरूरी है।
नींद की समस्या-नींद संबंधी समस्याएं, जैसे स्लीप एपनिया, भी रात में प्यास का कारण बनती हैं। स्लीप एपनिया से सांस लेने में समस्या होती है, जिससे मुंह सूखता है और प्यास बढ़ती है। इस समस्या में सोते समय सांस बार-बार रुक जाती है, जिससे शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती और मुंह सूखने लगता है। इससे रात में बार-बार प्यास लगती है और नींद में भी खलल पड़ता है। उचित इलाज से इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
मूत्र पथ संक्रमण (यूटीआई)-यूटीआई के कारण रात में अधिक प्यास भी लग सकती है। इस संक्रमण के कारण बार-बार पेशाब आना और अधिक प्यास लगना आम लक्षण हैं। यूटीआई में बैक्टीरिया मूत्र मार्ग में संक्रमण फैलाते हैं, जिससे बार-बार पेशाब आना और शरीर में पानी की कमी हो जाती है। इससे रात में प्यास बढ़ जाती है। इस समस्या को नजरअंदाज न करें और सही समय पर डॉक्टर से सलाह लें ताकि उचित इलाज किया जा सके।
कुछ दवाइयों का असर-कुछ दवाएं, जैसे मूत्रवर्धक (पानी की गोलियाँ) या अवसादरोधी, भी प्यास बढ़ा सकती हैं। अगर आप ऐसी कोई दवा ले रहे हैं तो डॉक्टर से सलाह लें।
उपाय एवं सावधानियां -पानी का सेवन बढ़ाएँ: दिन भर में पर्याप्त पानी पियें ताकि आपको रात में प्यास न लगे।डायबिटीज की जांच कराएं: अगर आपको लगातार प्यास लगती है तो अपने ब्लड शुगर लेवल की जांच जरूर कराएं।नींद की गुणवत्ता में सुधार करें: अच्छी नींद लें और अगर आपको स्लीप एपनिया है, तो डॉक्टर से सलाह लें।संतुलित आहार लें: उचित और संतुलित आहार लें, जिसमें पर्याप्त मात्रा में फल और सब्जियां हों। डॉक्टर से सलाह लें: अगर प्यास की समस्या बनी रहती है तो डॉक्टर से सलाह लें और पूरी जांच कराएं।
डिस्क्लेमर: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। किसी भी सुझाव पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।