पहला भाग (1 मार्च 2025 की घटना)
1 मार्च 2025 को दिल्ली एयरपोर्ट पर स्पाइसजेट ने दिल्ली से लेह जाने वाली फ्लाइट को मौसम के आधार पर रद्द कर दिया। फ्लाइट में 15 सैनिक और 125 सामान्य यात्री थे। फ्लाइट के रद्द होने के बाद स्पाइसजेट ने यात्रियों को कोई सुविधा नहीं दी और न ही उन्हें वैकल्पिक फ्लाइट का विकल्प प्रदान किया। यात्री सुबह 6 बजे से लेकर दोपहर 1:30 बजे तक परेशान होते रहे, लेकिन एयरलाइन ने किसी प्रकार का समाधान नहीं दिया। इस बीच, क्रू मेम्बर्स ने यात्रियों के साथ बदसलूकी की, जिससे यात्रियों का गुस्सा और बढ़ गया। खाने-पीने और अन्य सुविधाओं की कोई व्यवस्था नहीं की गई, जिससे यात्रियों को मानसिक और शारीरिक तनाव का सामना करना पड़ा।
दूसरा भाग (2 मार्च 2025 की घटना)
2 मार्च 2025 को जब यात्रियों को दिल्ली से लेह की फ्लाइट पर सवार होने का मौका मिला, तो एयरलाइन ने उन्हें 2 घंटे तक इंतजार करने के बाद फ्लाइट की सेवा दी। इस दौरान, यात्रियों को धमकियां दी गईं और उन्हें जबरन उतारने की कोशिश की गई। फ्लाइट के कर्मचारियों ने महिलाओं और बच्चों के साथ भी बुरी तरह से व्यवहार किया। बनारस की ज्योति सिंह ने इस घटना का विरोध किया, लेकिन एयरलाइन के कर्मचारियों ने उन्हें शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया। उनका मोबाइल भी तोड़ दिया गया, जब वे इस घटना का वीडियो बनाने की कोशिश कर रही थीं। बावजूद इसके, उनकी जिद के सामने फ्लाइट को रवाना किया गया।
तीसरा भाग (स्पाइसजेट की अमानवीयता)
स्पाइसजेट ने यात्रियों को किसी प्रकार की सुविधा और सहायता प्रदान करने के बजाय उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान किया। एयरलाइन के कर्मचारियों ने बुजुर्ग, बीमार, महिलाएं और बच्चों के साथ भी बुरा व्यवहार किया। उन्हें बाथरूम तक जाने की अनुमति नहीं दी गई, जिससे बच्चों की तबीयत खराब हो गई। इसके अलावा, एक यात्री जॉर्ज पर झूठा आरोप लगाते हुए उन्हें हिरासत में लिया गया, जबकि वह निर्दोष था। स्पाइसजेट ने यात्रियों को किसी भी प्रकार का मुआवजा देने के बजाय उनकी स्थिति को और कठिन बना दिया। यह घटना भारतीय नागरिकों के साथ अमानवीय व्यवहार का उदाहरण बन गई है।
चौथा भाग (सरकार से कार्रवाई की मांग)
लेह और लद्दाख के नागरिकों ने स्पाइसजेट के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। एसएसबी के पूर्व कमिश्नर डॉक्टर टी दोर्जे ने मोदी सरकार से अपील की है कि यदि स्पाइसजेट के खिलाफ जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो वे एयरलाइन के खिलाफ आंदोलन करेंगे। उनका कहना है कि सरकार को इस मामले में कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि ऐसी घटनाएं भविष्य में न घटित हों। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने इस मुद्दे पर ध्यान नहीं दिया, तो वे स्पाइसजेट की फ्लाइट को लद्दाख की धरती पर उतरने नहीं देंगे।
उत्तम प्रयास… बहुत बधाई…
Weldon Jyoti ji👍🏻👏👏