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फिटनेस के मायने- दिनेश कुमार राय

फिटनेस के मायने- दिनेश कुमार राय

“फिट इंडिया –हिट इंडिया” एक राष्ट्रीय अभियान है, जिसकी शुरुआत 2019 में भारत सरकार ने इस उद्देश्य से किया कि देश के नागरिक शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहें। साथ ही, एक फिट जीवनशैली अपनाकर समाज में एक सकारात्मक परिवर्तन ला सकें। इस अभियान में पुरुष, महिला, बालक, वृद्ध, अमीर , गरीब सबके लिए अनेकानेक फिटनेस गतिविधियाँ और कार्यक्रम …

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दिनेश की कहानी वादा

मुंबई के मीरा रोड स्टेशन से ‘निशा गार्डन’ अपार्टमेंट की दूरी मात्र एक किलोमीटर है। पैदल चलते हुए इस दूरी को मात्र पंद्रह-बीस मिनट में तय किया जा सकता है। परन्तु, दीपक को आज यही दूरी मीलों लम्बी लग रही थी। धीमे-धीमे कदमों को बढ़ाता वह आगे बढ़ रहा था। हर कदम में एक थकावट थी। आस-पास के शोरगुल और …

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आत्महत्या की बढ़ती प्रवृत्ति-किरण बाला

मैम जो छठी सी की ज्योति थी ना उसने ट्रेन के नीचे आकार अपनी जान दे दी। सातवीं कक्षा में प्रवेश करते ही जब किसी बच्चे से मुझे यह बात पता चली तो कुछ पल के लिए मैं स्तभित हो उठी। परसों ही तो मेरे पास ये कहने आई थी कि मैम, अब कोई प्रतियोगिता हो तो मुझे बताना। मुझे …

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किरण की कहानी वादा

11 फरवरी, फोन में तारीख देखते ही पलक के मस्तिष्क में सहसा एक विचार कौंधा कि आज तो प्रोमिस डे है। कितना अजीब शब्द है न ये वादा भी , लोग वादा तो कर लेते हैं पर निभाता कोई कोई ही है। वादा करने से ज्यादा मुश्किल होता है उसे निभाना। यह सब सोचते-सोचते व्यंग्य और दर्द से भरी हुई …

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फिटनेस के मायने-ज्‍योति सिंह

फिटनेस के मायने-ज्‍योति सिंह

आज के वर्तमान समय में स्वयं के लिए समय निकालना सबसे बड़ी बात है और इसी के कारण हम अपनों एवं स्वयं की जिंदगी से हाथ धो रहे हैं। स्वस्थ रहने के लिए आपको कई आदतें अपनानी चाहिए किंतु हम उस आदत को अपने को वंचित कर जाते हैं कारण यह है कि हम अपनी व्यस्तता में खुद पर ध्यान …

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आत्महत्या की बढ़ती प्रवृत्ति-ज्‍योति सिंही

आज के वर्तमान समय में आत्महत्या की बढ़ती प्रवृत्ति का मुख्य कारण अवसर निराशा माना जाता है ,क्योंकि निराशा के चलते अवसाद, मनोभाजन ,नशे की लत मानसिक विकारों को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। तनाव के कारक जैसे- वित्तीय कठिनाइयों या पारस्परिक संबंधों में परेशानियां की भी अक्सर एक भूमिका होती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार मानसिक रोगों में …

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मन की बात-दिनेश कुमार राय

सौंदर्य क्या है? क्या बाहरी रूप और दिखावट ही सौंदर्य है? आम तौर पर हम आँखों को सुकून देने वाली चीज़ों को सुंदर मान लेते हैं; जैसे, किसी फूल की पंखुड़ियाँ, किसी पर्वत की ऊँची चोटी, या किसी की मनमोहक मुस्कान। अब सवाल यह उठता है कि क्या जो दिखाई देता है वही सौंदर्य है? या फिर, वास्तविक सौंदर्य वह …

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आपको भी पत्‍नी राेकती है ताश खेलने से ?अब नहीं रोकेगी-अखंड गहमरी

साहित्‍य सरोज व

पुरूषों की अकसर शिकायत रहती है कि उनकी पत्‍नी उनको ताश खेलने से रोकती है। लेकिन शायद उसे पता नहीं होता है कि जिसके हाथ में ताश के पत्‍ते होते हैं वह ब्रह्मांड का मालिक होता है। मौसम, दिन, सप्‍ताह, साल, सब कुछ उसके हिसाब से होता है। देव, दावन, ग्रह-नक्षत्र सब आपके बस मे रहते हैं। आप संसार के …

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अवध ओझा की हार और भारतीय राजनीति- अखंड गहमरी

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अवध ओझा का उत्तर प्रदेश के गोंडा के रहने वाले हैं। आज अवध ओझा सर के नाम से प्रसिद्ध अवध ओझा एक शिक्षक ही नहीं एक बहुत अच्‍छे मार्ग-दर्शक हैं। उनके पढ़ाने का अंदाज बिल्‍कुल अलग होता है । उनका अंदाज ठीक वैसे होता है जैसे कि परिवार का कोई मुखिया आँगन में बैठा कर अपने लोगों को मजेदार वाक्‍या …

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भिवानी के गाँव बड़वा में- आस्था के साथ खेल संस्कृति का प्रवाह ‘लोकदेवता बाबा रामदेव मेला’

भिवानी के गाँव बड़वा में लगने वाले बाबा रामदेव के मेले में हर वर्ष हजारों धर्म-प्रेमी लोकदेवता बाबा रामदेव महाराज के दर्शन के लिए आते हैं। मेले में तरह-तरह की दुकानें सजाई जाती है। अनेक प्रकार के झूले डलते हैं और खेलों का आयोजन किया जाता है। शुरुआती दौर में मेले में ऊंटों का नृत्य और दौड़ आकर्षण का केंद्र …

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