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संस्कृति की जड़ों में आधुनिकता की हवा

 भारतीय संस्कृति अपने आप में एक गूढ़ और व्यापक धरोहर है, जिसका प्रभाव केवल भारत में ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व में सदियों से महसूस किया जा रहा है। यह संस्कृति मानवीय मूल्यों, आध्यात्मिकता, नैतिकता, सहिष्णुता और परोपकार जैसे तत्वों का समुच्चय है, जिसने न केवल भारतीय समाज को गढ़ा है, बल्कि दुनिया भर को एक संतुलित और संयमित जीवन …

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बुरे लम्हे-शीला श्रीवास्‍तव

एकता ऑफिस जाने के लिए तैयार हो रही थी तभी फोन की घंटी घनघना उठी एकता झुंझलाते हुए कहा “पता नहीं इस समय किस का फोन आ गया”आज तो जरूर ऑफिस पहुंचने में देर हो जाएगी । “हैलो” एकता मैं अरुण बोल रहा हूं! मैं ऑफिस के बाहर तुम्हारा इंतजार करूंगा ऑफिस खत्म होते गेट पर  मिलना। “ठीक है”। फोन …

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शब्द-संधान : शब्दों के सम्यक् प्रयोग का विवेचन करती पुस्तक-प्रमोद दीक्षित मलय

शब्द केवल अभिव्यक्ति का माध्यम नहीं, अपितु जीवन के संगीत और रचनात्मकता के राग का प्रतीक भी होते हैं। अर्थ की धरोहर लिए हुए ये शब्द न केवल लोक-चेतना को परिष्कृत करते हैं, बल्कि उसे परिमार्जित भी करते हैं। हम जानते हैं कि परस्पर पर्याय होने के बावजूद शब्दों के अर्थ में सूक्ष्म भिन्नताएँ होती हैं। यह भिन्नता, किसी शब्द …

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बच्चों में बढ़ती अवसाद की भावना-सीमा रानी

आज के समय में बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर चिंताएं दिनों दिन बढ़ती जा रही हैं। बच्चों पर जरूरत से ज्यादा पढ़ाई का दबाव बढ़ता जा रहा है , माता-पिता की अपेक्षाएं भी बच्चों से बढ़ती जा रही है। सामाजिक प्रतिस्पर्धा की भी वही स्थिति है और तकनीकी युग में बढ़ता स्क्रीन टाइम बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य को बुरी …

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भारतीय साहित्य-संस्कृति और विरासत को सहेजने का अद्भभुत प्रयास-रामबाबू मैहर देव

भारतीय साहित्य-संस्कृति और विरासत को सहेजने का अद्भभुत प्रयास-रामबाबू मैहर देव

 कहते हैं कि कहीं पर आप जाते नहीं है,बल्कि पहुंचाये जाते है।यह सबकुछ पहले से तय है।मां सरस्वती के आशीर्वाद से मां कामाख्या की नगरी व उपन्यासकार गोपालराम गहमरी की नगरी और सैनिकों के लिए प्रसिद्ध एशिया द्वीप के सबसे बड़े गांव गहमर मेरा अचानक जाना तय हुआ। इस यात्रा में पहले से बिल्कुल तय नहीं था,मैं पहुंच भी पाऊंगा …

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उपभोक्ता और डिजिटल मार्केटिंग-अवनीश

आज के समय में डिजिटल तकनीक ने हर क्षेत्र में क्रांति ला दी है, और यह बदलाव उपभोक्ता व्यवहार और डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में भी गहराई से महसूस किया जा रहा है। उपभोक्ताओं की पसंद और आदतें अब डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से आकार ले रही हैं।डिजिटल क्रांति ने दुनिया को बदलने में अहम भूमिका निभाई है। इंटरनेट और …

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10वें गोपालराम गहमरी साहित्‍य महोत्‍सव गहमर की यादें

गोपालराम गहमरी साहित्‍य महोत्‍सव गहमर की यादें

 मुझे जैसे ही 10 वें गोपालराम गहमरी साहित्य और कला महोत्सव की जानकारी मिली मैंने तभी तय कर लिया की मुझे गहमर आना है। बीते वर्ष मेरे साथ लखनऊ की कुछ महिलाएं और भी गयी थी जिनका सम्मान भी हुआ ।उनके गाये गीत सबकी जुबान पर चढ़ गये ‌। इसलिए मैंने फिर उनसे गहमर चलने के लिए पूछा तो ,कोई …

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जासूसी उपन्यासकार गोपालराम गहमरी कला एवं साहित्य महोत्सव 2024 मेरे स्मृति पटल से

गोपालराम गहमरी साहित्‍य महोत्‍सव गहमर की यादें

जासूसी शब्द के जनक कहे जाने वाले जासूसी उपन्यासकार गोपालराम गहमरी जी की पावन स्मृति में सैनिकों की वीर भूमि गहमर से प्रत्येक वर्ष होने वाले कला साहित्य के महा‌महोत्सव में लगभग चार वर्षों की लगातार अपनी सहभागिता को देखती हूँ तो दोनों ओर से प्रेम आशीर्वाद एवं वात्सल्य भरे अपनत्व के सिवा कुछ नजर नहीं आता। इस सफल आयोजन …

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भारत भूमि संतों की भूमि है सांता की नहीं-शीला शर्मा

क्रिसमस यीशु मसीह के जन्म की याद में मनाया जाने वाला एक वार्षिक त्यौहार है , जो मुख्य रूप से 25 दिसंबर को दुनिया भर के अरबों लोगों के बीच एक धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव के रूप में मनाया जाता है। भारत एक धर्मनिरपेक्ष राज्य है और यहां सभी धर्म को अपना-अपना त्यौहार मनाने का और अपने परंपरा के अनुसार …

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बदले हालात-डॉ. दीक्षा चौबे

 क्षितिज ने स्कूल से आते ही अपना बस्ता फेंका और यूनिफॉर्म बदल कर जल्दी से  हाथ-मुँह धोया ताकि पिंटू ,अनीश से पहले वह खेल के मैदान में पहुँच सके। तभी रसोईघर से आती खुशबू ने उसके कदम रोक लिए। समोसे….चिल्लाते हुए वह रसोई में जाकर मम्मी से लिपट गया। मम्मी उसकी इस हरकत को देखकर मुस्कुराने लगी । उन्हें पता …

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