गहमर: विगत 5 वर्षो की भॉंति इस वर्ष भी साहित्य सरोज पत्रिका द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में शार्ट-फिल्म एवं विज्ञापन फिल्म निर्माण हेतु जनगारूगता लाने एवं नवप्रवेशीयों को इसमें निपुण करने के उद्वेश्य से प्रशिक्षण एवं फिल्म निर्माण शिविर का आयोजन किया 15 से 20 नवम्बर तक किया गया है।जिसमें फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी प्रशिक्षण, शार्ट फिल्म एवं विज्ञापन निर्माण, क्रोमा स्टूडियो …
Read More »एक कवियत्री का प्रेम पत्र-आयुषी कुमारी
प्रियतम सब कुछ सकुशल है सिवाय मेरे हाल-ए-दिल के। पत्र तो बहुत लिखे तुम्हारे जाने के बाद तुम्हारे नाम से लेकिन कभी हिम्मत ही नहीं हुई की पोस्ट कर सकूं। तुम्हारा नाम लेते ही कितनी यादें में महक उठती है। सोचती हूं ये भी लिखूं वो भी लिखूं और जब लिखने बैठी हूं तो दिल की सारी बेचैनी उतार देती …
Read More »लाइब्रेरियन का लव लेटर-डॉ प्रदीप
सेवा में मेरी जान लव यू लॉट। जब से तुम्हें देखा मैं अपना दिल हार बैठा। रात की नींद और दिन का चैन खो बैठा। सरकारी नौकरी वाली अच्छी खासी जिंदगी चल रही थी, अब तो उल्लुओं-सी तुम्हें ताकते हुए कट रही है। यकीन मानो सच कह रहा हूँ तुम्हारे दीदार के डे वन से आज तक ऐसा पल …
Read More »पत्रकार का प्रेम पत्र-सीमा रानी
प्रिय “प्रेम की खबर: आपकी ओर से प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा में” प्रेम, जिसे आज की भाषा में सबसे बड़ी ब्रेकिंग न्यूज़ कहा जा सकता है, इस पत्रकार के दिल में भी एक ख़ास जगह बना चुका है। रिपोर्टिंग के दायरे से बाहर निकलते हुए, मैं आज आपके लिए व्यक्तिगत अनुभव साझा करने को मजबूर हूँ। यह ख़बर सिर्फ़ आपके लिए …
Read More »मौन के मनके लघुकथा -अनीता सैनी
साल अस्सी का ही रहा होगा। पिरामल, पोद्दार का बोलबाला चहुँ ओर था पर तुम्हें इन सभी से क्या मतलब था? तुम दो जोड़ी बैल से जीवन हाँकते रहे और मैं तुम्हारे पीछे-पीछे खुडों में साँसें खपाती रही। बेटी के बाप का संघर्ष सहज ही पीछा नहीं छोड़ता। मेरे बार-बार समझाने पर भी तुम एक पहर भी घर में सुख …
Read More »फिटनेस कोच का प्रेमपत्र-रेखा
प्रिय, रज्जु जब से तुम मेरी ज़िन्दगी में आए हो, सब कुछ बदल गया है। जैसे कोई अच्छा स्वास्थ्य हमारे शरीर को संतुलन देता है, वैसे ही तुमने मेरे दिल को सुकून दिया है। तुम मेरे जीवन का वह योग हो, जो मुझे मानसिक और भावनात्मक शांति प्रदान करता है। तुम्हारी मुस्कान, जैसे एक संतुलित आहार, मुझे ऊर्जा से भर …
Read More »गोपालराम गहमरी साहित्य महोत्सव में करें प्रतिभाग ऐसे
(01) ब्रहमा, विष्णु महेश, दुर्गा को न मानने वाले, तिलक न लगाने वाले, सनातनी सभ्यता संस्कृति में विश्वास न रखनें वाले, वन्देमातरम एवं भारत माता की जय न बोलने वालों इस कार्यक्रम से पूरी तरह दूर रहें। इस पर समझौता करने की सलाह मत दें। (02) कार्यक्रम में आने वाला हर साहित्यकार/कलाकार हमारे लिए अतिथि है। समान महत्व रखता है। …
Read More »गोपालराम गहमरी साहित्य एवं कला सम्मान समारोह 22 को
प्रसिद्व जासूसी उपन्यासकार गोपालराम गहमरी की स्मृति में साहित्य सरोज पत्रिका द्वारा विगत 9 वर्षो से होने वाला आयोजन इस वर्ष 20 से 22 दिसम्बर तक उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जनपद के सैन्य बहुल्य गॉंव गहमर में किया गया है। इस अवसर हिन्दी साहित्य, कला, रंगमंच एवं अन्य क्षेत्रों में कुल 30 सम्मान दिये जाते हैं। 10 वें गोपालराम गहमरी …
Read More »सत्य का आग्रह सत्याग्रह:गीता सिंह
2 अक्टूबर को जब गांधी जयंती आती है तो हम अनेकों विचारों से घिर जाते हैं, उसमें से एक सबसे त्वरित और सम्मोहित कर देने वाला शब्द होता है सत्य। सत्य क्या है ? आखिर क्यों हर व्यक्ति दूसरों से तो इस सत्य की उम्मीद करता है परंतु खुद उलझ जाता है ? क्या था गांधी जी का सत्य ? …
Read More »यही कारण है-अखंड गहमरी
बिलासपुर की साहित्य सरोज प्रभारी डॉ शीला शर्मा से तीन महीनों में कम से कम एक लाख बातें मैसेज से और 12 घंटे से अधिक बातें मोबाइल पर हुई होगी। लेकिन इन बातों में के बीच एक वाक्य ऐसा था जिसे पढ़ कर किसी की जिन्द़गी का न सिर्फ राज सामने आया बल्कि यह लगा कि यदि ऐसा ही हर …
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