गंगा के सामने भगीरथ एक पैर पर खड़े दिखलाई देते हैं।गंगा : मैं तुम्हारी तपस्या से प्रसन्न हूँ वत्स!तुम्हारी कई पीढ़ियाँ तप करते-करते खप गईं।तुम्हारे जैसा तप किसी ने नहीं किया।वर माँगो।भगीरथ : मैया! आपकी जय हो।आपका दर्शन पाकर मैं कृतार्थ हो गया।माँ सामने हो तो पुत्र क्या माँगे?आप पुत्र की हर मनोकामना पूर्ण करने में समर्थ हैं।गंगा : पुत्र …
Read More »लघु नाटिका – गंगा की व्यथा”
पात्र गंगा (नदी की आत्मा) आदित्य (युवा पर्यावरण विद्) नंदिनी (आदित्य की बहन) पंडित जी (गाँव के पुजारी) गाँव के लोग (कुछ अतिरिक्त पात्र)दृश्य 1: गंगा तट पर गंगा: (दुखी स्वर में, रोते हुए) हे मानव, यह क्या कर रहे हो? मैं तुम्हारी माँ हूँ, मुझे इस तरह दूषित मत करो। तुम्हारे पूर्वज मेरी पूजा करते थे। मेरे जल के …
Read More »कहानी प्रतियोगिता 24 जून से
त्रैमासिक पत्रिका साहित्य सरोज के तत्वावधान में गोपालराम गहमरी कहानी लेखन प्रतियोगिता आयोजित की रही है। इस कहानी प्रतियोगिता के नियम निम्म हैं।कहानी भेजने की तिथि 24 जून से 30 जून 2024कहानी का बेवसाइट पर प्रकाशन -7 जुलाई कहानीयों का बेवसाइट पर प्रकाशन -01 से 02 जुलाई। परिणाम, पुरस्कार एवं सम्मान 07 जुलाई 2024 शाम 7 बजे।कहानी दी गई शब्द …
Read More »कला और रचनात्मकता का रूप हाजी गुड़िया-सतेन्द्र
जहानाबाद । विश्व गुड़िया दिवस के अवसर पर साहित्यकार व इतिहासकार सत्येन्द्र कुमार पाठक ने कहा कि विभिन्न भावनाओं की रचनात्मक कार्यशैली दर्शाता गुड़िया है। विश्व गुड़िया दिवस प्रत्येक वर्ष जून के दूसरे शनिवार को मनाया जाता है। विश्व गुड़िया दिवस 14 जून 1986 को मिल्ड्रेड सीली द्वाराप्रथम बार मनाया गया था। गुड़िया खिलौने हज़ारों सालों से मानव सभ्यता का …
Read More »चित्र पर कहानी में नवनीता पांडेय
आज मां ने गर्मी की छुट्टियों में घर आए सभी बेटी ननद बुआ चाचा के बच्चों को कहा चलो आज सब मिलकर गेहूं का बोरा साफ करो।कुछ ने मुंह बनाया कुछ ने आलस डाला और दो बच्चो ने कहा हम करेंगे।मिली और सोम ने काम शुरू किया बीच बीच में गाने भी गाते ।उनको देखकर बाकी भी आ गए और …
Read More »चित्र पर कहानी में सीमारानी की कहानी
सीमा रानी पटना
Read More »चित्र पर कहानी में नीता
चित्र आधारित कहानीदादी जी ये गंगा मैया का किनारा है ???? हां बेटा… एक जमाने में यहां ऊंची ऊंची लहरें तन मन को भिगोकर पवित्र कर जाती थीं । परंतु अब देखो जैसे गंगा का अस्तित्व डूब रहा हो कितने गहरे में चली गई गंगा मैया जैसे मनुष्य से रूठ गई हों कटे पटे किनारे , ऊबड़ खाबड़ सतह पर …
Read More »गंगा के प्रदूषण नियंत्रण में चुनौतियाँ -प्रबुद्ध घोष
प्रबुद्धो घोष भारत की पवित्र गंगा हिमालय में एक प्राचीन नदी के रूप में शुरू होती है, लेकिन औद्योगिक अपशिष्ट, सीवेज और अत्यधिक उपयोग के कारण अपनी यात्रा के दौरान अत्यधिक प्रदूषित हो जाती है। नदी को साफ करने के लिए पिछले चार दशकों में कई सरकारी प्रयासों के बावजूद, अपर्याप्त धन, भूमि अधिग्रहण के मुद्दे और पुरानी सीवेज सिस्टम …
Read More »15 अप्रैल कला प्रेमियों के लिए आखिर खास क्यों? जानिए प्रबुद्धो घोष से।
पहली बार विश्व कला दिवस यानी वर्ल्ड आर्ट डे 15 अप्रैल, 2012 को मनाया गया था। इस दिन को आधिकारिक उत्सव के तौर पर लॉस एंजिल्स में साल 2015 में मनाया गया था। जिसके बाद साल 2019 में यूनेस्को के सामान्य सम्मेलन के 40वें सत्र में ‘वर्ल्ड आर्ट डे’ मनाने की घोषणा हुई थी और तब से इस खास दिन …
Read More »पवित्र गंगा के प्रदूषण नियंत्रण में चुनौतियाँ -प्रबुद्ध घोष
प्रबुद्धो घोष भारत की पवित्र गंगा हिमालय में एक प्राचीन नदी के रूप में शुरू होती है, लेकिन औद्योगिक अपशिष्ट, सीवेज और अत्यधिक उपयोग के कारण अपनी यात्रा के दौरान अत्यधिक प्रदूषित हो जाती है। नदी को साफ करने के लिए पिछले चार दशकों में कई सरकारी प्रयासों के बावजूद, अपर्याप्त धन, भूमि अधिग्रहण के मुद्दे और पुरानी सीवेज सिस्टम …
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