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चित्र पर कहानी में -हेमलता

गोपालराम गहमरी पर्यावरण सप्ताह 30 मई से 05 जून में आप सभी का स्वागत है* *आज दिनांक 01 जून को आनलाइन कार्यक्रम के तीसरे दिन चित्र पर कहानी* अरे ,   हम झुग्गी- झौपडियों मे रहने वालों की भी  कभी कोई सुनेगा । हे भगवान, तेरी दुनिया में भांति-भांति के इंसान  । पूरे  दो घंटे  हो गये ।इस आग उगलती गर्मी  …

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चित्र पर कहानी में -शिवा

गोपालराम गहमरी पर्यावरण सप्ताह 30 मई से 05 जून में आप सभी का स्वागत है* *आज दिनांक 01 जून को आनलाइन कार्यक्रम के तीसरे दिन चित्र पर कहानी* सुबह सवेरे ही धुंधला धुंधला बादलों से घिरा मौसम था ।छोटी बस्ती वालों का जीवन भी निराला है यहां कौन इन्हें पूछने वाला कौन इन्हें अपना कहने वाला फिर किसके साथ खेल …

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चित्र पर कहानी में -सीमा सिन्‍हा

गोपालराम गहमरी पर्यावरण सप्ताह 30 मई से 05 जून में आप सभी का स्वागत है* *आज दिनांक 01 जून को आनलाइन कार्यक्रम के तीसरे दिन चित्र पर कहानी*धुंधलाती शाम थी, और सूरज अपने आखिरी किरणें बिखेर रहा था। छोटे से गाँव के पास एक विशाल कारखाना खड़ा था, जिसकी चिमनियों से धुआं लगातार निकल रहा था। उसी कारखाने के पास, …

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चित्र पर कहानी में -हेमंत चौकियाल

*गोपालराम गहमरी पर्यावरण सप्ताह 30 मई से 05 जून में आप सभी का स्वागत है* *आज दिनांक 01 जून को आनलाइन कार्यक्रम के तीसरे दिन चित्र पर कहानी* आयुष की बाल क्रीड़ाओं को देख माधव बीते दिनों की उन यादों में खो गया, “जब वो भी ऐसे ही मिट्टी में खेला करता था। तब उनके खेलने का स्थान भले ही …

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चित्र पर कहानी में -बिन्नी चौरसिया

*गोपालराम गहमरी पर्यावरण सप्ताह 30 मई से 05 जून में आप सभी का स्वागत है* *आज दिनांक 01 जून को आनलाइन कार्यक्रम के तीसरे दिन चित्र पर कहानी* आसमान मे काले बादल उमड़ घुमड़ रहे हैं मौसम अति सुहावना हो गया है ठंडी ठंडी हवा चल रही है बरखा रानी अब आए कि तब आए वही पास ही बालू की …

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चाँदनी रात-अवनीश

 बात मेरे ही शहर की है जिसे अब प्रयागराज कहते है पर अभी भी सभी की जुबान पर इलाहाबाद ही चढ़ा हुआ है,तो ये घटना लगभग 40-50 बरस पुरानी है जब इलाहाबाद से नैनी जाने के लिए अक्सर हम जैसे लोग पुल के स्थान पर नाव से ही सफर करते थे, मेरा घर दारागंज मुहल्ले में था और ये नैनी …

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अवनीश की कहानी -अब लौट भी आओ

चंदा अपने बापू की बहुत ही लाडली व इकलौती बेटी,बेहद खूबसूरत, युवा,चंचल, हर अंग तराशा हुआ।कोई भी उसकी खूबसूरती देख कर विश्वास नही कर पाता कि ये एक मछुआरे की बेटी है। इकलौती है तो लाड़ली भी,अपने बापू की बेटी भी बेटा भी।आस पास के घरों की भी लाड़ली, सबकी गोदी में जो बड़ी हुई थी,सबकी साझी बेटी। पर जवां …

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माइक्रोफाइनेंस सफल जीवन की आसान राह-मनोज

आज के समय में जब बेरोजगार और बेरोजगारी चुनावी शब्‍द बन कर रहे गये हो। इनकी याद शासन-प्रशासन को केवल चुनाव में आती हो। बेरोजगार आर्थिक समस्‍या से, मार्गदर्शन के आभाव में, टीम वर्क की कमी से जूझते हुए जब अपनी जिन्‍दगी से परेशान और हताश हो जाता है। ऐसे में उसे माइक्रोफाइनेंस डूबते को सहारे के रूप में प्रकट …

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आसमानी आग

सुना था कि इंसान को उसके कर्मो का फल अगले जन्म में मिलता है। पर ये भी सुना गया है कि यह कलयुग है साहेब।अब यहाँ का किया यही मिल जाता है। अगले जन्म का इंतज़ार भी नही करना है । और लग रहा है कि यह पूरी तरह सत्य किवदंती है क्यों कि हम सबने प्रकृति के साथ जो …

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प्रारब्ध  का सत्य-नंदलाल

होनी एव संयोग एक दूसरे के सहोदर है जो प्रारब्ध कि प्रेरणा है लेकिन इन तीनो को कर्म ज्ञान और सत्य से परिवर्तित किया जा सकता है।प्रस्तुत कहानी में सुभद्रा से अजुर्न को किसी संतान का योग नही था मामा भगवान श्री कृष्ण स्वंय इंद्र का स्वरूप 16 वर्षो के लिए मांग कर लाएं थे  जो अभिमन्यु था । सत्यता …

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