वर्तमान जीवन भौतिक सुख सुविधा से परिपूर्ण है l जीवन जीने के स्तर में बढ़ोत्तरी हुई है l लोंगो के पास पैसा भी पर्याप्त आ रहा है l फिर भी क्यों रिश्तों में तनाव व खींचा तानी रहता है l क्यों हम एक दूसरे कोप्रतिस्पर्धा की दृष्टि से तौल रहे हैं l क्यों?आखिर क्यों?बांकी रिश्ते तो समझ में आता है …
Read More »आधुनिक युग का नारी-विमर्श-शैली
युगों से चली आ रही विवाह नामक संस्था में पति-पत्नी के बीच की दूरियों को मात्र वर्तमान परिप्रेक्ष्य में देखना उचित नहीं होगा।वर्तमान, भूतकाल पर आधारित होता है। ऐसे में मात्र एक समय की घटनाओं से कोई निष्कर्ष नहीं निकला जा सकता। मैं युवा पीढ़ी की नहीं, सीनियर सिटीजन हूँ। एक दीर्घ काल देखा ही नहीं जिया है। अब अपने …
Read More »महाकुंभ की यात्रा संस्मरण-कंचन
वो कहते हैं ना अगर नसीब में लिखा हो ओर दृढ़ निश्चय हो,तो सफलता मिलती है l ठीक वैसा ही हमारे साथ भी हुआ l महाकुंभ की यात्रा करना मानो एक जंग जीतने जैसा लग रहा था,क्योंकि मीडिया पर बताया जा रहा था कि आपको 20- 25 किलोमीटर चलना पड़ेगा और कहीं भगदड़ मच रही है,कहीं कुछ हो रहा है …
Read More »इंसान होने का डर- अरुण अर्णव खरे
दो साल पहले तक मैं स्वयं को बड़ा निर्भीक समझता था। समझता क्या, था भी। न किसी बात से डरता था न किसी व्यक्ति से और न ही किसी जीव-जंतु से। छुटपन से ही जैसे न डरने की घुटी पिलाई गई थी। उस दौर में न कभी टीचर का बैंत डरा सका और न बात-बात में क्लास के बाहर बरामदे …
Read More »दाम्पत्य में होती हत्या-ज्योति सिंह
आज हमारी पीढ़ी, हमारे नये युवक-युवती किस दिशा की ओर अग्रसर हो रहे हैं? क्या माता-पिता द्वारा दिए गए संस्कारों को निभाने में चूक हो रही है या माता-पिता को ही संस्कार देने में चूक हो रही है?यह बात की बात है, किंतु यह बात इतनी घातक होती जा रही है कि एक महिला — जिसे सहनशीलता और अन्नपूर्णा माता …
Read More »बंकेश्वर महादेव श्रीगंगानगर- अंजू नारंग
राजस्थान के सुदूर उत्तर में अवस्थित श्री गंगानगर शहर से 10 किलोमीटर आगे स्थित एक गांव सहारणवाली जिसे जब 8 ए छोटी भी कहा जाता है, यहां एक निजी कारखाने में भगवान भोलेनाथ महादेव का मंदिर है ।यद्यपि इसका कोई पौराणिक इतिहास नहीं है और यह एक नवीनतम मंदिर है परंतु,श्रद्धा ,आस्था और प्रेम और मनोकामना पूर्ति के चलते भक्त …
Read More »सीमा वर्णिका की कहानी घर वापसी
कुछ दिनों से संगीतज्ञ राधारमण जी के पास एक युवती संगीत सीखने आ रही थी। जैसा रूप वैसा मधुर स्वर था चाँदनी का.. बस सुर नहीं सधते थे। गुरुजी पूरी तन्मयता से सिखाने में लगे थे। थोड़ी दिन में उनकी मेहनत रंग लाने लगी। चाँदनी को भी सीखने की बड़ी ललक थी वह हर बारीकी पर पूरा ध्यान देती धीरे-धीरे …
Read More »अपनी अपनी पूजा-अपूर्वा अवस्थी
पति पत्नी दोनों भगवान के भक्त थे। हर पूर्णिमा को सत्यनारायण स्वामी की कथा सुनते।भोग लगाते पंडित जी को भोजन करवाते। और यथाशक्ति दक्षिणा देते।पति सुबह नहा धोकर आफिस जाने से पहले पूजा करता ठाकुर जी को नहलाता चंदन का टीका लगाता फूल चढ़ाता और भोग लगाकर ही भोजन ग्रहण करता।पत्नी भी आफिस जाती थी वह नहा धोकर पति के …
Read More »सत्यम शिवम सुंदरम ग्रंथ का होगा प्रकाशन-विनोद मिश्र सुरमनी
गत वर्ष 2024 में मधुकर समारोह दतिया के भव्य आयोजन में “शक्ति आराधना” ग्रंथ का विमोचन किया गया साथ ही आयोजन में आमंत्रित आलेखों की लेखिकाओं को सम्मानित किया गया ।शक्ति आराधना एक एसा ग्रंथ का प्रकाशन किया गया जिसमें 91 देवी मंदिरों के विषय में ऐतिहासिक पुरातात्विक धार्मिक और स्थापत्य की जानकारी दी गई है जिसकी सफलता का श्रेय …
Read More »कन्नौज में बाबा गौरीशंकर का मंदिर-अपूर्वा अवस्थी
कन्नौज प्राचीन नाम कान्यकुब्ज श्रेत्र में स्थित गौरीशंकर मंदिर शिव पार्वती प्रेम का एक अद्भुत उदाहरण है। कन्नौज प्राचीन काल में राजा जयचंद की राजधानी रही और पृथ्वीराज चौहान ने जब संयोगिता का हरण किया तो क्षेमकली मंदिर से ही पूजा करके ले गये।उसी क्षेमकली मंदिर के समीप एक अद्भुत शिवलिंग प्रकट हुआ जिसकी यह विशेषता है कि इस शिवलिंग …
Read More »