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मेरा नया नाम

गंगा किनारे बसे एशिया के सबसे बड़े गांव जहां लगभग दस हज़ार घर हैं और हर घर से एक ना एक जवान देश की रक्षा में सीमा पर तैनात है उस मशहूर गांव गहमर (गाज़ीपुर) में गहमर वेलफेयर सोसाइटी एवं साहित्य सरोज पत्रिका द्वारा तीन दिवसीय “9वें गोपाल राम गहमरी साहित्य एवं कला महोत्सव” में जाने का अवसर प्राप्त हुआ …

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कार्यक्रम विवेचना-डॉ‍ बृजेश कुमार गुप्‍ता

गोपालराम गहमरी साहित्‍य महोत्‍सव गहमर की यादें

संस्मरण लगभग तीन वर्षों से अखण्ड जी से बात हो रही थी गहमर जाने व साहित्यिक कार्यक्रम में शामिल हो पाने के लिये परन्तु माँ कामाख्या देवी के आशीर्वाद से इस वर्ष ही कार्यक्रम बन पाया इस 9वें गोपाल राम गहमरी जी के स्मृति में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में। खास कर मेरी विशेष इच्छा थी अखण्ड गहमरी जी से …

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९वां गोपाल राम गहमरी साहित्य एवं कला महोत्सव -दयाशंकर

गोपालराम गहमरी साहित्‍य महोत्‍सव गहमर की यादें

मैं भी मूलत गाज़ीपुर जिला के कासिमाबाद ब्लाक के सिधागर घाट गांव का रहने वाला हूं। मैंने गहमर गांव के बारे में बचपन से ही सुन रखा था ।मेरे मन में गहमर गांव को देखने की इच्छा बचपन से ही थी। अपने गांव के लोगों विशेष रूप से जो फौजी है उनके मुख से “फौजियों की भूमि “के बारे में …

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गोपाल राम गहमरी सम्‍मेलन में मैं-संतोष शर्मा शान

गोपालराम गहमरी साहित्‍य महोत्‍सव गहमर की यादें

एक बहुत ही महत्वपूर्ण और सुन्दर महायज्ञ , जिसमें अपनी कला रूपी सामग्री एवं सुगंधित लेखन के धूप से पूजा आरती में शामिल होने ‘ उत्तर प्रदेश , राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और बिहार सहित अन्य कई राज्यों के कई कई जिलों से पधारे साहित्य कला और संस्कृति से जुड़े महापंडितो का जो संगम हुआ ! उस पावन भूमि को एशिया …

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अविस्मरणीय यादें -क्रिसलय दुबे

अविस्मरणीय यादें -क्रिसलय दुबे

किसी भी व्यक्ति को आमंत्रण पत्र भेजना यानि आमंत्रित करने के कई तरीके होते हैं। आमंत्रित करने के तरीके से ही मेहमान यह निर्णय लेता है कि आमंत्रण को स्वीकार करना श्रेयकर होगा या नहीं। मैं पूरे विश्वास से कह सकता हूं कि आमंत्रण पत्र भेजने की कला में श्री अखंड प्रताप गहमरी जी को अच्छा अनुभव है। मैं उनके …

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यूँ ही बना रहे प्‍यार -अखंड गहमरी

आप सभी को अखंड गहमरी का प्रणाम किसी भी आयोजन के प्रारंभ से लेकर स्थगन हर लोकगीत गायक के वादक बने थे और जिनका उप नाम दिलफेंक पड़ा के जाने पर आंगन सूना हो समाप्त हुआ। जैसा कि परिवारों के आयोजन में होता है कोई रूठा तो कोई माना, कोई काम किया तो कोई आंख ततेरा वैसा ही इस कार्यक्रम …

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गोपालराम गहमरी साहित्‍य व कला महोत्‍सव सम्‍पन्‍न-साहित्‍य सरोज

भारत में जासूसी उपन्यासों के जनक कहे जाने वाले प्रसि( 9वां गोपाल राम गहमरी साहित्य एवं कला महोत्सव 24 दिसम्बर को समाप्त हो गया। इस महोत्सव में देश भर से आये 40 से अधिक साहित्यकारों एवं कलाकारों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ 22 दिसम्बर 2023 को मुख्यअतिथि एशिया महाद्वीप के सबसे बड़े गांव के प्रधान बलवंत सिंह बाला एवं …

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साहित्य सरोज पत्रिका त्रिदिवसीय कला महोत्सव -ज्‍योति किरण रतन

गोपालराम गहमरी साहित्‍य महोत्‍सव गहमर की यादें

जब भी किसी कला, साहित्य संस्कृति महोत्सव की बात होती है तो गहमर वेलफेयर सोसायटी और साहित्य सरोज पत्रिका के त्रिदिवसीय कला महोत्सव की बात जरूर होती है ।हो भी क्यों न,भी अखंड प्रताप सिंह गहमरी के द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम अद्भुत विशेषताओं के साथ लेकर चलता है । जैसे यह आयोजन ठंड की चरम सीमा के करीब पहुंच कर …

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अखंड गहमरी खाते हैं कितना पान-प्रियंका खंडेलवाल

गोपालराम गहमरी साहित्‍य महोत्‍सव गहमर की यादें

ट्रेन में बैठकर ठण्डी-ठण्डी हवा का आनंद लेते हुए, हम सभी गहमर स्टेशन का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थे l एक के बाद एक स्टेशन निकलते जा रहे थे l एशिया के सबसे बड़े गाँव गहमर को देखने की जिज्ञासा मेरे साथ-साथ माता-पिता जी और तारिका के मन में भी थी l जैसे ही ट्रेन में किसी सज्जन ने …

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साहित्य समारोह, संपन्न – मीना सिंह

गाजीपुर जिले में स्थित गहमर ग्राम अपने आप में अनूठा और ऐतिहासिक गांव है।यह गांव वीरो की भूमि, शहीदों की भूमि और साहित्यकारों की भूमि के लिए मशहूर है। यहां के फौजी भाई, अपनी देश सेवा और वीरता के लिए मशहूर है।यहां पर मां गंगा का स्वच्छ और निर्मल रूप प्राकृतिक सौंदर्य मन को मोह लेने वाला है। अत्यंत प्राचीन …

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