आज साहित्य जगत में आये दिन सम्मान समारोहों का आयोजन होता ही रहता है। यह कोई नई बात नहीं पर यदि आप एक अथवा दो वर्ष के सम्मान समारोहों में सम्मानित होने वाले साहित्यकारों की एक सूची बनाएं फिर आयोजन कर्ताओं की एक सूची बनाएँ अब इन दोनों सूचियों का मिलान करें आप देखेंगे कि कुछ अपवाद छोड़कर शेष दोनों …
Read More »बिखरते सपने-आशा झा
कमलेश द्धिवेदी लेखन प्रतियोगिता 05 प्रतीक का मन सिर्फ पढ़ने और पढ़ाने में लगता था । उसने उसी दिशा में कदम बढ़ाने शुरू किये । परंतु अचानक अच्छी कंपनी में नौकरी मिल जाने से परिवारिक आदेशानुसार नौकरी ज्वाइन करली परंतु मन नही लगने के कारण छोड़कर पुनः अपने शहर आकर प्राइवेट कालेज में पढाने लगा । अध्ययनरत छात्रो मेहनत करके …
Read More »मशीन पर मानवा भारी, टर्नल हादसा।
उत्तराखंड में उत्तरकाशी जनपद के सिलक्यारा टर्नल की घटना न तो हादसों के क्रम में पहली थी और न ही अंतिम। एक तरफ इस घटना ने न केवल देश वासियों का ही ध्यान आकृष्ट किया बल्कि, इजराइल – फिलीस्तीन और रूस – यूक्रेन युद्ध से भी जादा विश्व का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट किया। 17दिनों तक पल पल मौत और …
Read More »भाषाई शिष्टता के साथ सामाजिक सरोकारों के पैरोकार हैं अरुण अर्णव खरे. नवीन कुमार जैन
पेशे से इंजीनियर अरुण अर्णव खरे का लेखन बहुआयामी है | उन्होंने साहित्य की सभी मुख्य विधाओं में कलम चलाई है | आज वह कहानी व व्यंग्य लेखन में देश भर में चर्चित है।जितना मैंने अरुण अर्णव खरे को पढ़ा है उस आधार पर मैं निसंकोच कह सकता हूँ कि वे अपने लेखन के प्रति गंभीर और ईमानदार हैं | …
Read More »पाओ बेशरम हँसी अनलिमिटेड- अरुण अर्णव खरे
मेरे एक मित्र हैं टेकचंद जो अपने इनोवेटिव आइडिया के लिये पहिचाने जाते हैं | उनका दिमाग बिना रनवे के भी ऊबड़-खाबड़ रस्ते से भी टेक-ऑफ कर लेता है और ऐसे-ऐसे जज्बाती, उत्पाती, खुरापाती तथा करामाती आइडिया लेकर लैण्ड करता है कि सब दाँतों तले उँगलियाँ दबाने लगते हैं | उनकी इसी खूबी के कारण ही मेरी मित्र-मण्डली बिना उनके …
Read More »बचपन की वो दिवाली-पूनम
कमलेश द्विवेदी लेखन प्रतियोगिता -4 संस्मरण साहित्य सरोज पेज को लाइक एवं फालो करें, परिणाम व लिंक पेज पर https://www.facebook.com/profile.php?id=1000891281349 दीपावली की बात आते ही घर की साफ-सफाई और सजावट, मिठाई, नए-नए सामान, गहने-कपड़े आदि हम सबके मन में चलने लगता है साथ-ही-साथ पटाखे भी।यदि चालिस पचास साल पीछे जाकर देखें तो आज के समय और उस समय में बहुत …
Read More »तू मेरी जिंदगी है-प्रतिभा
कमलेश द्विवेदी लेखन प्रतियोगिता -4 कवितासाहित्य सरोज पेज को लाइक एवं फालो करें, परिणाम व लिंक पेज पर https://www.facebook.com/profile.php?id=100089128134941 गुलज़ार की गुल तू, सहर की वो सबा तू,मेरे शबे महताब, तू मेरी बंदगी है। बिखर न जाऊं कहीं, सिमट न जाऊं कहीं,समय की धड़कन, तू मेरी जिंदगी है। बज़्म की शान तुझसे, रहगुज़र तुझसे,तड़प मेरे हिज्र की, तू मेरी बंदगी …
Read More »तू मेरी जिन्दगी है- ओमवीर करन
कमलेश द्विवेदी लेखन प्रतियोगिता -4 कवितासाहित्य सरोज पेज को लाइक एवं फालो करें, परिणाम व लिंक पेज पर https://www.facebook.com/profile.php?id=1000891281349 तू मेरी जिंदगी है तू मेरी रूह तक जुड़ी है, मुझे अपना नहीं तेरा ख्याल है मुझे तेरी पड़ी है। मैंने तुझे लेकर क्या-क्या ख्वाब नहीं देखे? मेरी मोहब्बत को तुझसे उम्मीद बड़ी है। बुरा सोचूं भी तो सोचूं कैसे से …
Read More »संस्मरण-सोनू
कमलेश द्विवेदी लेखन प्रतियोगिता -4 संस्मरण साहित्य सरोज पेज को लाइक एवं फालो करें, परिणाम व लिंक पेज पर https://www.facebook.com/profile.php?id=1000891281349 गांव की बरसाती डाई नदी पर बने पुल पर लगभग गांव के सभी बच्चों के साथ साथ रंग बिरंगे सुंदर कपड़ो से सुसज्जित स्त्री पुरुषों की चहलकदमी से गोवर्धन पूजा की दोपहर बहुत मनमोहक हो गई ।गांव की सारी गायें नदी …
Read More »रेखा आंटी- सोनू
कमलेश द्विवेदी लेखन प्रतियोगिता -4 संस्मरण साहित्य सरोज पेज को लाइक एवं फालो करें, परिणाम व लिंक पेज पर https://www.facebook.com/profile.php?id=1000891281349 ” रेखा आंटी ! आपने अभी अभी जो रंगोली बनाई ना । उस रंगोली के सारे रंग अनमोल चुरा के ले गया । ” राजू ने हांपते हुए रेखा आंटी को एक ही सांस में कह दिया । ” कौन …
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