यह कहानी है एक मराठी लड़की और बिहारी लड़के की जो एक ही स्कूल में बचपन से पढ़ते थे और जैसे ही जैसे इनकी समझ बढ़ती गई यह एक दूसरे के करीब आते गए।कहानी एक नई मोड तब लेती है जब यह दोनों 19 साल के हो जाते हैं लड़का जो कि बिहार है इसका नाम आशीष था यह अपने …
Read More »कहानी सच्चा प्यार- कंचन
रीता और रमन दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे और शादी करना चाहते थे l उन्हें ऐसा लगता था कि हम अपनी शादीशुदा जिंदगी बहुत अच्छे से एक दूसरे के साथ प्यार करते हुए व्यतीत कर लेंगे lदोनों विवाह कर लेते हैं और जैसे ही दोनों एक छत के नीचे आ जाते हैं पति-पत्नी की तरह साथ में …
Read More »प्यार और तकरार-पूनम झा
गैस पर चाय चढाकर अमन विचारों में खो गया।हमारी को शादी को पाँच साल हो चुके थे। दोनों एक-दूसरे से बहुत प्यार करते थे, लेकिन छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा हो जाता था। एक दिन, सुबह की चाय पर बहस शुरू हो गई।मैंने कहा, “तुम हमेशा देर से उठती हो, रिया।”रिया ने नाराज होकर जवाब दिया, “और तुम हमेशा ऑफिस का …
Read More »इंसान होने का डर- अरुण अर्णव खरे
दो साल पहले तक मैं स्वयं को बड़ा निर्भीक समझता था। समझता क्या, था भी। न किसी बात से डरता था न किसी व्यक्ति से और न ही किसी जीव-जंतु से। छुटपन से ही जैसे न डरने की घुटी पिलाई गई थी। उस दौर में न कभी टीचर का बैंत डरा सका और न बात-बात में क्लास के बाहर बरामदे …
Read More »सीमा वर्णिका की कहानी घर वापसी
कुछ दिनों से संगीतज्ञ राधारमण जी के पास एक युवती संगीत सीखने आ रही थी। जैसा रूप वैसा मधुर स्वर था चाँदनी का.. बस सुर नहीं सधते थे। गुरुजी पूरी तन्मयता से सिखाने में लगे थे। थोड़ी दिन में उनकी मेहनत रंग लाने लगी। चाँदनी को भी सीखने की बड़ी ललक थी वह हर बारीकी पर पूरा ध्यान देती धीरे-धीरे …
Read More »अपनी अपनी पूजा-अपूर्वा अवस्थी
पति पत्नी दोनों भगवान के भक्त थे। हर पूर्णिमा को सत्यनारायण स्वामी की कथा सुनते।भोग लगाते पंडित जी को भोजन करवाते। और यथाशक्ति दक्षिणा देते।पति सुबह नहा धोकर आफिस जाने से पहले पूजा करता ठाकुर जी को नहलाता चंदन का टीका लगाता फूल चढ़ाता और भोग लगाकर ही भोजन ग्रहण करता।पत्नी भी आफिस जाती थी वह नहा धोकर पति के …
Read More »मीना का भाई मिट्ठू-बाल कथा
एक लड़की थी उसका नाम मीना था।मीना की माँ बचपन में हीं मर गई थी । जिस समय मीना की माँ मरी थी ,मीना चार साल की थी। मीना के पिता जी मीना के परवरिश के लिए दूसरी शादी कर ली। लेकिन जब मीना की नई माँ आई तो मीना को बहुत दुःख देने लगी । मीना अब छे -सात …
Read More »दरार में दीपक- डाक्टर सुनीता शर्मा
राहुल और स्नेहा कभी एक-दूसरे के बिना एक पल भी नहीं रह सकते थे। हर बात साझा करना, एक-दूसरे की आंखों में झांकना, और देर रात तक बातें करना — यही उनका रिश्ता था।पर न जाने समय की धार में कहीं कुछ चटक सा गया हो… घर की बत्तियाँ बुझ चुकी हैं, एक हल्की पीली रोशनी कमरे के कोने से …
Read More »धैर्य और समर्पण की शिक्षा-डॉ. ऋषिका वर्मा
राजस्थान के एक छोटे से गाँव में एक बुज़ुर्ग कुम्हार रहता था, जिसका नाम रामू था। वह मिट्टी के बर्तन बनाता, उन्हें बाज़ार में बेचता और सादा जीवन जीता। गाँव के बच्चे अक्सर उसके पास बैठते, उसकी कहानियाँ सुनते और उसे काम करते देखते। रामू काका के चेहरे पर सदा एक मधुर मुस्कान रहती थी, और उसकी आँखों में ऐसा …
Read More »प्यार के भूखे बच्चे-ज्योति सिंह
राधा और किशन एक ही कॉलेज में पढ़ते थे धीरे-धीरे उन दोनों में आपसी प्रेम बढ़ने लगा और दोनों प्रेमसूत्र में बंधने लगे।एक दिन राधा बोली किशन कब से हम फ्रेंडशिप में रहेंगे अब हमें घर में यह सब बातें बताने होगी ताकि माता-पिता के आशीर्वाद से हम दोनों विवाह के परिणय सूत्र में बंध सके और अपना गृहस्थ जीवन …
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