कहानी संख्या -19,गोपालराम गहमरी कहानी प्रतियोगिता -2024, तनीषा बहुत घबराई हुई अपनी सासु मां वीणा को फोन लगाती है। तभी उधर से आवाज आती है,”हेलो, हां तनीषा बेटा बोलो।”तनीषा बोली,”हेलो,हेलो, हेलो, मां जी।”सासु मां ने कहा,”क्या हुआ तनीषा तुम इतनी घबराई हुई क्यों हो।””हेलो मां मेरा और निशांत का एक्सीडेंट हो गया है और हम हॉस्पिटल में है। डॉक्टर ने …
Read More »दिनेश की कहानी प्यार की खुशबू
कहानी संख्या -17,गोपालराम गहमरी कहानी प्रतियोगिता -2024, किसने कहा है, पता नहीं ? पर किसी ने कहा है-” प्यार न जाने जात कुजात, नींद जाने मरघट खाट,प्यास न जाने,धोबीघट घाट।” “प्यार अंधा होता है।” तो लोग किसी अंधे से प्यार क्यों नहीं करते हैं? कोई लड़का किसी अंधी लड़की से प्यार क्यों नहीं करता। क्या सही में प्यार अंधा होता है …
Read More »कमलेश की कहानी फैंटसी
कहानी संख्या -16,गोपालराम गहमरी कहानी प्रतियोगिता -2024, सुधा ओर अंशु, दो अभिन्न सखियाँ। पिछले एक साल से अपने अपने दुःखों सुखों की गठरी उठाए दो मुसाफ़िरों की तरह एक छत के नीचे रह रात गुज़ार देतीं । मुंबई शहर में किराए के एक कमरे में रूम मेट की तरह रहना उनकी ज़रूरत भी थी ओर मजबूरी भी। डॉक्टरी की पढ़ाई …
Read More »विजय शंकर की कहानी स्वप्नावस्था
कहानी संख्या -15, गोपालराम गहमरी कहानी प्रतियोगिता -2024, ‘उफ़,ऐसी गरमी!’ पेड़ की छाँव में पसीने से लथपथ पसरकर बैठी हुई प्रौढ़ा महिला ने बगल बैठी नवोढ़ा महिला की ओर भेदभरी निगाह से देखा।नवोढ़ा जो उसके बगल बैठी अपने छोटे बच्चे की चंचलता में खोई हुई थी,उसने मुस्कुरा भर दिया।दोनों एक दूसरे के मन की बात ताड़ गई थीं लेकिन क्या …
Read More »यशोधरा की कहानी चेहरे
कहानी संख्या -14,गोपालराम गहमरी कहानी प्रतियोगिता -2024, राम! राम! मैडम जी!” “राम!राम!”। रुक्मा की आवाज गदगद कर गई, आँखों में एक चमक आ गई। रुक्मा ही वह धुरी थी जिसने घर की साफ-सफाई आदि का सारा जिम्मा संभाला हुआ था। चार दिन से गायब थी!चार दिन! चार साल सम कितनी मुश्किल से निकले।काम कर कर के कमर टूट गई।और बर्तन मांज- …
Read More »आशा की कहानी रोटी
कहानी संख्या -13,गोपालराम गहमरी कहानी प्रतियोगिता -2024, “मत मारो बापू.. . मत मारो, अब कभी नहीं जाऊंगा वहां… माफ कर दो बापू.. माफ कर दो “ मासूम 10 साल का सतिया लगातार हरि प्रसाद से बख्श देने की गुहार लगाता रहा। रो रो कर उसकी आँखें लाल हो गई थीं। डंडे की मार से शरीर बुरी तरह से दुख रहा …
Read More »डा राजमती की कहानी आखिर कब तक
कहानी संख्या -07,गोपालराम गहमरी कहानी प्रतियोगिता -2024, चारों ओर आसमान में काली घटाऐ छा रही थी।लगता था जैसे अभी जोरदार बारिश होगी ,और धरा पर बूँद बरसा उसे रुखे सुखे मन को तृप्त कर देगी।बहुत दिनों से गुम हो गई शीतलता,उसे शीतलता प्रदान करेगी।पर…..हमेशा की तरह आज भी बादल बिन बरसे निकल गए। इसी मनःस्थिति से राज गुजर रही …
Read More »हेमंत चौकियालकी कहानी सुजाता
कहानी संख्या -06,गोपालराम गहमरी कहानी प्रतियोगिता -2024, मुम्बई जैसे भागदौड़ वाले महानगर से वह पहली बार अपनी सहेली मीना के साथ देवभूमि के प्रवेश द्वार रिशिकेश पहुंची थी। मीना पहाड़ की रहने वाली थी तो स्वभाव से ही वह एक आम पहाड़ी अल्हड़ युवती थी, जिसके स्वभाव में शर्मिलापन बचपन से ही शामिल था वही सुजाता महानगरीय वातावरण में पली …
Read More »अलका की कहानी सोनी और यमराज
कहानी संख्या 05 गोपालराम गहमरी कहानी लेखन प्रतियोगिता 2024 यमराज जी सोनी की आत्मा को साथ लिए अपनी ही धुन में यमलोक की तरफ चले जा रहे थे । तभी उन्हें अपने पीछे चलने वाली आत्मा की रोने की आवाज सुनाई दी । वो ठिठक कर रुक गये , “क्या हुआ आत्मे ?क्यों रो रही हो ? अब तो तुम …
Read More »साधना गुप्ता की कहानी माटी की महक
कहानी संख्या -04,गोपालराम गहमरी कहानी प्रतियोगिता -2024, अभी सुबह के सात ही तो बजे थे लेकिन सूरज अपनी पूरी तरुणायी के साथ आसमान में अपनी प्रचंडता का एहसास करा रहा था। बैलों को चारा डालते हुए गोविंद विचारों में खोया हुआ था कि सोहन की मोटरसाइकिल आकर खेत की मेड़ पर रुकी। आओ सोहन भैया ,उसने मुस्कुराते हुए सोहन का …
Read More »