प्रतियोगिता

परिणाम कमलेश द्विवेदी लेखन प्रतियोगिता -01

साहित्‍य सरोज साप्‍ताहिक लेखन व चित्र प्रतियोगिता

कमलेश द्विवेदी लेखन प्रतियोगिता -01(01) लेख-आलेख विषय- फिटनेस जरूरी क्यों?। शब्द सीमा- 700-1000 शब्द।(02) रचना शीर्षक – मेरा मन।विधा- गीत और अतुकांत नोट अतुकांत में सपाट बयानी न हो, स्वीकार नहीं होगी।(03) कहानी शीर्षक – गरमी की छुट्टी। शब्द सीमा – 500 शब्दभेजने की अंतिम तिथि-:20 मई 2023लेखक/लेखिका, रचनाकार अपने वर्तमान की एक फोटो और पते के साथ *sarojsahitya55@gmail.com पर …

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मेरा मन-भाऊराव

साहित्‍य सरोज साप्‍ताहिक लेखन व चित्र प्रतियोगिता

कमलेश द्विवेदी काव्य प्रतियोगिता -01 मेरा  मन  उतना  चंचल  है।। हिमगिरि के उत्तुंग शिखर से,गाया करती मधुरिम स्वर से,झरने  जो  झरते  झर-झर से,धारा करती ज्यों कल-कल है।मेरा   मन   उतना   चंचल  है।। वनराजा का सुनकर जब स्वर,मृग को जब भर  जाता है डर,और काँपने लगता थर–थर,उसका वह जो विस्मित पल है।मेरा  मन   उतना   चंचल है।। तेज हवा जब चलने लगती,तरु की …

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मेरा मन- सीमा

साहित्‍य सरोज साप्‍ताहिक लेखन व चित्र प्रतियोगिता

कमलेश द्विवेदी काव्य प्रतियोगिता -01 शीर्षक– मेरा मन मेरा मन जहाज़ का पंछी  उड़ता फिरता यहाँ वहाँ  कभी पहुँच जाता बचपन में  आकांक्षाओं के उपवन में  सपनों के तुकडे चुनता मन जोड़ने की कोशिश है करता  फिर अम्मा की आवाज़ है आती  लौट आता अपने जहाज़ पर मेरा मन जहाज़ का पंछी  उड़ता फिरता यहाँ वहाँ। कभी पहुँच जाता विद्यालय वादविवाद प्रतियोगिता में  नारी स्वतंत्रता पर मैडल जीतता पति की चाय की गुहार सुन लौट आता अपने जहाज़ पर मेरा मन जहाज़ का पंछी उड़ता फिरता यहाँ वहाँ  कभी थिरकता नृत्य मंच पर कत्थक की सोलह ताल लिये मंत्रमुग्ध कर्तल ध्वनि सुनता तंद्रा टूटती बच्चों की पुकार पर लौट आता अपने जहाज़ पर मेरा मन जहाज़ का पंछी  उड़ता फिरता यहाँ वहाँ  सपनों के तुकडे लाया मन धो पोंछ कर साफ़ किये नई इबारत लिखी सपनों की पति की प्रगति, मेरी प्रगति, संतान का सुरक्षित भविष्य। अम्मा और बाबा की सेवा घर का मान ही मेरी आन। इठलाया अपनी क़िस्मत पर मन के सपने पूर्ण हुए। भूल गया उसके भी पंख हैं  अब रहता यहीं, उड़ता नही मेरा मन जहाज़ का पंछी  स्वरचित  सीमा पण्ड्या  ११, प्रशांति एवेन्यू  रुमाया होटल के सामने  इंदौर रोड  …

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मेरा मन-अंजना बाजपेई

फोटो अखंड गहमरी

कमलेश द्विवेदी काव्य प्रतियोगिता -01 यादों के बादल पर चढ़कर,आज मेरा मन उड़ता जाए। फिर से दोहराएगा का बचपन , परी कथा किस्सों वाला। चांद सितारों से लाएगा , प्यार सभी हिस्सों वाला। बाबा की थपकी से सीखी, कोई धुन फिर गाता जाए। यादों के बादल पर….. चूरन चटनी की पुड़िया सब, बस्ते के अंदर रख लेंगे। मक्के की रोटी …

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मेरा मन-श्रीकांत

साप्‍ताहिक प्रतियोगिता साहित्‍य सरोज

कमलेश द्विवेदी लेखन प्रतियोगिता -01 मन ऊपर प्रतिबन्ध लगाना,मेरे मन की बात नहींं।कुछ कहने से मन मे सकुचाना,मेरे मन की बात नहीं । जिस दिन तेरा मन मेरे मन से,हटा आवरण अपने ऊपर से,सहज भाव बिन सकुचानेमन की बात करेगा मुझ से, उस दिन मैं अपने मन से,प्रीत लगा तेरे तन- मन से,जब रात चांदनी आएगी तबमिलेगा मेरा मन तेरे …

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मेरा मन-आशा

साप्‍ताहिक प्रतियोगिता साहित्‍य सरोज

कमलेश द्विवेदी लेखन प्रतियोगिता-01रचना शीर्षक मेरा मनविधा गीतताउम्र दुखता रहा मेरा मनयादों की मीठी चुभन से तेरी ।पलको में आँसू दिखे झिलमिलयादों की मीठी चुभन से तेरी ।दोप बंधन का अपनो पर मढ़ न सकीफिर भी होठो पर आई कभी न हँसी ।दुनियादारी के पिंजरे मे ऐसी फँसी ।पंख होते हुए भी मै उड़ न सकी , ।,विरह अग्नि में …

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मेरा मन-विष्णु

साप्‍ताहिक प्रतियोगिता साहित्‍य सरोज

कमलेश द्विवेदी लेखन प्रतियोगिता-1रचना शीर्षक: मेरा मनविधा गीत और अतुकांत चाहता है मेरा मन हर बार अम्बर सी उड़ान ,पर है व्यथित समाज की जिद्दी संकीर्णताओं से।बाधाओं से यहाँ हर दिन लड़ना पड़ता है,तब मिलते हैं मन को मन के स्वीकृत पंख। मन से मन हो नित मानवता के पथ पर ,पर मन का मान बना रहे हर पल नीलगगन …

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भगवा-उमेश कुमार पाठक ‘रवि’

पर्यावरण दिवस प्रतियोगिता साहित्‍य सरोज

जबतक भगवा, आन रहेगा। तबतक हिन्द महान रहेगा।। हिन्द मिटेगा,  हिन्दू  घटते, फ़िर वह पापिस्तान रहेगा। जहाँ घटा है, वहाँ  मिटा है, बंग, पाक, अफगान रहेगा। विश्व-बंधुता, भगवा दीक्षा, मानवता  अभियान रहेगा। सियाराम मय यह जग सारा, जबतक भगवा, शान  रहेगा। रविसदन, वनसप्ती नगर,बक्सर (बिहार) 80210  

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बिखरी राहें -मिनाक्षी

पर्यावरण दिवस प्रतियोगिता साहित्‍य सरोज

राहें बिखरी हुई थी फूल और कांटे सजे हुए थे किसीने राहों मैं फिर कांटे ही कांटे बिछा दिएपैर हुए लहू लुहान दिल को किया कठोरजिंदगी बनी कारावाससजा जो मुक्कमल की गयी वो यह थीउनकी हंसी की पात्र बनीअपनी बेबसी की गुलाम हुईचुप चाप एक तमाशबीन की तरहहर पल अपने खोजती रहीउदासी मेरी जीवन की साथी बनीजो मुझे सबसे ज्यादा प्यारी लगीजब हंसती हुन तो …

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प्रतियोगिता के परिणाम घोषित

पर्यावरण दिवस प्रतियोगिता साहित्‍य सरोज

8वें गोपाल राम गहमरी साहित्‍यकार महोत्‍सव एवं सम्‍मान समारोह 2022 में आयोजित कहानी लेखन, लेख आलेख लेखन एवं खुद की फोटो प्रतियोगिता के परिणाम आज गणतंत्र दिवस के अवसर पर घोषित किये गये। प्रतियोगिता में लेख आलेख प्रतियोगिता शीर्षक महत्‍वाकांक्षा की भेट चढ़ता बचपन में डॉ नीलिमा तिग्‍गा, अजमेर राजस्‍थान ने प्रथम स्‍थान प्राप्‍त किया। कहानी लिखो प्रतियोगिता के कांटो …

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