साहित्‍य सरोज साप्‍ताहिक लेखन व चित्र प्रतियोगिता

दिल की बात-अनीता मिश्रा

आ जाओ अब  साथी मेरे , पल -पल लगे वीराना ।

तुम आओ तो जीवन महके, मौसम बड़ा सुहाना।।

चोरी -चोरी नेह लगाकर ,मन मे तुम्हें बसाया ।

प्यारी -प्यारी दिल की  बातें , आकर तुझे सुनाया।

तेरे आने की आहट सुन ,

 चहके दिल  दीवाना ।

तुम आओ तो जीवन महके , मौसम बड़ा सुहाना।

सूना -सूना आँचल मेरा ,

बोलो कौन सँवारे ।

सूनी -सूनी अखियाँ मेरी ,

तेरा नाम उचारे ।

नेह रंग से भींगा  है तन ,

यह है तुझे बताना ।

तुम आओ तो जीवन महके , मौसम बड़ा सुहाना।

कोरे-कोरे मन को मेरे ,

कैसा रोग लगाया ।

सिंदूरी सपने सभी  देखूँ ,

जोगी बन भरमाया ।

सुधियों के सागर छलकें हैं , गीत प्रेम का गाना ।

तुम आओ तो जीवन महके , मौसम बड़ा सुहाना।

अनीता मिश्रा ‘ सिद्धि

दानापुर पटना बिहार।

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