मन की रेडियो तरंग-आशीष भारती

एक समय ऐसा था जब रेडियो सूचना यंत्र सबके घरों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था। मैंने सर्वप्रथम रेडियो अपने घर में बाउजी (दादाजी) के पास देखा था, वह अक्सर खबरों को ध्यान पूर्वक सुनते। प्रतिदिन रात्रि में पिताजी भी रेडियो से दिनचर्या की खबर सुनते। जब मैं रेडियो प्रसारण पर संचालनकर्ता की आवाज सुनता ‘‘नमस्कार ……” तो मन में बड़ी प्रसन्नता के साथ जिज्ञासा उत्पन्न होती कि ये आवाज कहां से रेडियो में सुनाई पड़ती है। लेकिन मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि एक दिन मेरी भी आवाज ऐसे ही रेडियो से सबको सुनाई देगी। खैर, दिसम्बर 2018 एक दिन डाक के माध्यम से आकाशवाणी नजीबाबाद केन्द्र के कार्यक्रम प्रमुख द्वारा मुझे पत्र प्राप्त हुआ। पत्र खोला ओर पढ़ा, जिस पर मेरा नाम, वार्ता का विषय, रिकॉर्डिंग दिनांक-समय व प्रसारण दिनांक-समय साथ ही टीए व डीए खर्च वहन भी उस पर अंकित था‌। आकाशवाणी नजीबाबाद केन्द्र पर मेरा पहला कार्यक्रम साहित्य वार्ता रिकॉर्ड हुआ, जिसका प्रसारण कुछ दिन बाद हुआ, मेरे साथ परिजनों ने भी उसे सुना सबको बड़ी प्रसन्नता हुई। उसके बाद वर्ष 2020, वर्ष 2022 व वर्ष 2024 में कुल मिलाकर चार बार मेरी आकाशवाणी नजीबाबाद केन्द्र पर साहित्य वार्ता का प्रसारण हो चुका है। वार्ता रिकॉर्डिंग के लिये जाते समय मुझे बड़ी प्रसन्नता का अनुभव होता है। रेडियो यंत्र देश दुनियां की हर खबर को हम तक बड़ी सुगमता व सरल शब्दों के साथ पहुंचाता हैं, जो हमें जीवन में उत्साह, उर्जा व रक्त संचार के माध्यम से मन की रेडियो को तरंग प्रदान करता हैं।

आशीष भारती
लेखक/कवि/पत्रकार
सहारनपुर (उत्तर प्रदेश)
78302 62142

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