साप्‍ताहिक प्रतियोगिता साहित्‍य सरोज

मेरा मन-आशा

कमलेश द्विवेदी लेखन प्रतियोगिता-01
रचना शीर्षक मेरा मन
विधा गीत
ताउम्र दुखता रहा मेरा मन
यादों की मीठी चुभन से तेरी ।
पलको में आँसू दिखे झिलमिल
यादों की मीठी चुभन से तेरी ।
दोप बंधन का अपनो पर मढ़ न सकी
फिर भी होठो पर आई कभी न हँसी ।
दुनियादारी के पिंजरे मे ऐसी फँसी ।
पंख होते हुए भी मै उड़ न सकी , ।,
विरह अग्नि में पूरी जल न सकी ‘ ।
यादों की मीठी चुमन से तेरी ।
जिस में झलक मुझको तेरी दिखी ‘ ।
राह में उसकी मानो पलके थी बिछी ।
तुमसे मिलने की रेखा नही थी लिखी
फिर भी हाथो को मै हर घड़ी चूमती ।
फूल बन न सकी रह गई अधखिली ।
यादों की मीठी चुभन से तेरी ।
श्रीमती आशा झा
दुर्ग छत्तीसगढ़


श्रीमती आशा झा
पता जोन- वन सड़क -2A न्यू आदर्श नगर

दुर्ग छत्तीसगढ़ Pin code – 491001

अपने विचार साझा करें

    About sahityasaroj1@gmail.com

    Check Also

    मधुमेह को ले गंम्‍भीरता से- धर्मेन्‍द्र सिंह निशा

    मधुमेह को ले गंम्‍भीरता से- धर्मेन्‍द्र सिंह निशा

    कई बार हमें रात में बार-बार प्यास लगती है, जिससे हमारी नींद में भी खलल …

    Leave a Reply

    🩺 अपनी फिटनेस जांचें  |  ✍️ रचना ऑनलाइन भेजें  |  🧔‍♂️ BMI जांच फॉर्म