अखंड गहमरी – एक विचार, एक लेखनी, एक आंदोलन
अखंड गहमरी (वास्तविक नाम: अखंड प्रताप सिंह) हिंदी साहित्य, पत्रकारिता, समाज सेवा और सांस्कृतिक पुनरुत्थान की एक जीवंत धारा हैं। उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक गांव गहमर से निकलकर उन्होंने अपने लेखन और विचारों से न केवल हिंदी साहित्य को समृद्ध किया, बल्कि ग्रामीण चेतना को राष्ट्रीय स्तर पर स्थान दिलाया।
📜 प्रारंभिक जीवन एवं शिक्षा
- जन्म: 10 सितंबर 1990, गहमर, उत्तर प्रदेश
- शिक्षा: हिंदी विषय में स्नातक
- रुचियाँ: लेखन, पत्रकारिता, फिल्म निर्माण, फोटोग्राफी, मंच संचालन, सामाजिक कार्य
🗞️ पत्रकारिता से साहित्य तक
उन्होंने अपने करियर की शुरुआत वर्ष 2001 में अमर उजाला के संवाददाता के रूप में की। समाज की पीड़ा, ग्रामीण संघर्ष और मूल्यों के ह्रास को उन्होंने बेहद करीब से देखा, और यही अनुभव आगे चलकर उनकी लेखनी की संवेदना बना।
📚 साहित्य सरोज की स्थापना
वर्ष 2014 में बिना किसी संगठन या सहयोग के उन्होंने “साहित्य सरोज” पत्रिका की शुरुआत की। आज यह पत्रिका RNI और ISBN पंजीकृत है और देश-विदेश में हजारों रचनाकारों का मंच बन चुकी है। यह पत्रिका नवोदित और अनुभवी लेखकों दोनों को स्थान देती है।
🏆 सम्मान और पहचान
- त्रिपुरा, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल के राज्यपालों द्वारा सम्मानित
- असम (तेजपुर) और गहमर में नागरिक अभिनंदन
- फिल्म कलाकार राजा बुंदेला, अंजन श्रीवास्तव और राज बब्बर द्वारा सम्मान
📖 प्रकाशित कृति: “गहमर और गोपालराम”
2023 में उन्होंने अपनी पहली पुस्तक “गहमर और गोपालराम” लिखी, जो गहमर गांव के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पक्षों को उजागर करती है। इस पुस्तक में उन्होंने प्रसिद्ध जासूसी उपन्यासकार गोपालराम गहमरी को साहित्यिक श्रद्धांजलि दी है। पुस्तक “विद्या प्रकाशन”, उत्तराखंड से प्रकाशित हुई है।
🎪 गोपालराम गहमरी साहित्य महोत्सव
उन्होंने गोपालराम गहमरी साहित्य एवं कला महोत्सव की शुरुआत की, जो गहमर जैसे गांव में होने वाला तीन दिवसीय ग्रामीण साहित्यिक आयोजन है। यह आयोजन पूर्णतः आडंबर रहित, सनातन परंपराओं और सच्चे साहित्यिक भाव से जुड़ा होता है।
👩🦰 महिला सशक्तिकरण की पहल
उन्होंने ग्रामीण महिलाओं को मंच देने हेतु “एवरग्रीन मिसेज इंडिया” प्रतियोगिता का आयोजन प्रारंभ किया, जिससे न केवल महिलाओं का आत्मबल बढ़ा, बल्कि ग्रामीण जीवन की सुंदरता भी उभरी।
🎬 शॉर्ट फिल्म और फोटोग्राफी
वे एक संवेदनशील फोटोग्राफर और शॉर्ट फिल्म निर्माता भी हैं, जिन्होंने समाज की सच्चाइयों, संस्कृति और मानवीय संवेदना को कैमरे से संजोया है।
📝 लेखन और ब्लॉगिंग
- उनकी रचनाएं: akhandgahmari.blogspot.com
- पत्रिका पोर्टल: sahityasaroj.com
- शैली: ग़ज़लें, व्यंग्य, गीत, संस्मरण, प्रेमकथाएँ
🤣 गजगमिनियाँ – व्यंग्य और दर्शन का संगम
उनकी लेखनी से निकला पात्र “गजगमिनियाँ” हिंदी साहित्य में हास्य और व्यंग्य का एक अनूठा उदाहरण है। यह पात्र सामाजिक कटाक्ष, प्रेम की पीड़ा और ग्रामीण जीवन की सच्चाइयों का संगम है।
🕉️ विचार और दृष्टिकोण
वे सनातन धर्म, संस्कृति और भारतीयता के प्रबल समर्थक हैं। उनके अनुसार धर्म प्रदर्शन का विषय नहीं, आत्मा की शुद्धि है। उन्होंने हमेशा ऐसे तत्वों को अपने साहित्य और आयोजनों से दूर रखा जो सनातन या ग्रामीण संस्कृति विरोधी
“साहित्य का उद्देश्य आत्मा को जागृत करना है, न कि आत्म-प्रदर्शन करना।” – अखंड गहमरी
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