The Story of Teacher’s Struggle – शिक्षकों की प्रेरणादायक जीवन यात्रा

The Story of Teacher’s Struggle पुस्‍तक की जानकारी

आप सभी अध्यापक/अध्यापिकाओं का स्वागत है। अध्यापक/अध्यापिका समाज का वह हिस्सा हैं जो समाज को नई दिशा प्रदान करता है। वह अपने व्यक्तिगत जीवन की कठिनाइयों को दरकिनार करके बाल उत्थान का कार्य करता है। आज ऐसे समय में जब हर सेवा व्यवसायिक हो रही है, हर व्यक्ति व्यवसायिक हो रहा है, बहुत से ऐसे गुमनाम अध्यापक/अध्यापिकाएं हैं जिन्होंने अपने कार्य से गुरु शब्द को चरितार्थ किया है। अध्यापक/अध्यापिका कभी सेवा निवृत्त नहीं होता इस कथन को चरितार्थ किया है। बिना गुरु के सभ्य समाज का निर्माण नहीं हो सकता इसको परिभाषित किया है। ऐसे ही कुछ अध्यापक/अध्यापिकाओं की कहानी जन-जन तक पहुँचाने के लिए त्रैमासिक पत्रिका साहित्य सरोज ने The Story of Teacher’s Struggle पुस्तक के प्रकाशन की योजना बनाई है। इस पुस्तक का संपादन अखंड गहमरी एवं प्रकाशन एवरग्रीन पुस्तक प्रकाशन करेगी।

  • The Story of Teacher’s Struggle जो आत्मकथा पात्र होंगी।
  • यह किताब किसी कहानी पर आधारित नहीं बल्कि जीवन के सत्य एवं प्रमाणित घटना पर आधारित होगी। काल्पनिक बातें इसमें पात्र नहीं होंगी।
  • जीवन में चारों तरफ से अंधेरा होने, साथी, परिजनों से निराशा हाथ लगने के बाद के आत्महत्या तक के कदम उठाने को मजबूर होने पर एक नए संकल्प के साथ अपने जीवन की शुरुआत कर सफलता के शिखर पर पहुँचने की आपबीती ही पात्र होगी।
  • अपने विद्यालय पर अधिकारियों, सहयोगी अध्यापकों के सहयोग न मिलने के बाद भी बच्चों के शैक्षिक एवं बौद्धिक विकास के लिए अपना सर्वोच्च प्रयास करते हुए उन्हें कामयाबी के शिखर पर पहुँचाया हो तो उनके नाम व काम के साथ लिखा आपका श्रेष्ठ कार्य ही इस पुस्तक के अंश होंगे।
  • किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त होकर महीनों बिस्तर पर पड़े रहने के बाद आपने अपने हौसले से खुद को स्वस्थ किया हो तो आप इस पुस्तक में शामिल होंगे।
  • अपने अध्यापन पेशे के साथ अपने ग्राम/शहर/समाज के लिए शासन प्रशासन से टकरा कर उनको न्याय दिलाने का कार्य जो आपके क्षेत्र/नागरिकों एवं अधिकारियों में चर्चा का विषय बना हो वह आत्मकथा इस पुस्तक की पात्र होगी।
  • महिलाओं के लिए खास – विवाह या विवाह से पूर्व अपने परिवार की जिम्मेदारियों के अचानक आने पर उनको निभाते हुए खुद शिक्षित होकर, अध्यापिका मानक परीक्षा को पास कर अध्यापिका बनने एवं अपने पूरे परिवार को शिखर पर पहुँचाने की आत्मकथा जो आपके आसपास लोगों को प्रेरित कर रही हो ऐसी आत्मकथा इस योजना की पात्र होगी।
  • अपनी किसी विशेष प्रतिभा को लेकर यदि आर्थिक, पारिवारिक कठिनाइयों, संसाधनों के अभाव के बीच यदि आपने उसे सिखाने, बताने के लिए संकल्पित होकर यदि 20 से ऊपर लोगों का उसमें कैरियर बनाया है, उस क्षेत्र में आपका नाम है तो वह संघर्ष की कहानी इस योजना की पात्र है।

The Story of Teacher’s Struggle में अपनी आत्मकथा भेजने के नियम:

  • आप द्वारा पूरा विवरण साहित्य सरोज पत्रिका की वेबसाइट पर दिए गए फॉर्म में भरना होगा या मेल पर भेजना होगा।
  • फॉर्म भरने के 10 दिन के अंदर आपको टाइप करके अपनी आत्मकथा हमारे वेबसाइट के मैसेज बॉक्स में पोस्ट करनी होगी या मेल से भेजनी होगी या डाक से भेजनी होगी।
  • आपकी आत्मकथा ए-4 पेपर पर तीन पेज से अधिक की नहीं होनी चाहिए, विशेष हालातों में 4 पेज।
  • आपकी आत्मकथा पुस्तक में 5 से 7 पेज के बीच आपके पूरे विवरण व फोटो के साथ प्रकाशित होगी।
  • अपने क्षेत्र के कुछ सम्मानित लोगों, सहयोगियों एवं अपनी आत्मकथा में जिनके नामों का प्रयोग किया है उनसे अपने विषय में 10 वाक्य लिखवा कर अपनी प्रविष्टि के साथ संलग्न करना होगा। बिना इसके वह स्वीकार नहीं होगी।
  • आपकी आत्मकथा में प्रयोग सभी नाम, घटना, स्थान, समय, समेत दिए गए सभी तथ्य, कार्य वास्तविक होने चाहिए।
  • पुस्तक में प्रकाशन के बाद यदि आपके भेजे गए तथ्यों पर कोई विवाद होता है तो उसकी जिम्मेदारी आपकी होगी, हम उसे अपने द्वितीय संस्करण में स्थान नहीं देंगे।

The Story of Teacher’s Struggle में प्रकाशन के नियम:

  • आपकी आत्मकथा स्वीकार होने के बाद आपको सूचित किया जायेगा।
  • आपकी सामग्री कंपोज होने के बाद आपको पी.डी.एफ. के रूप में भेजी जायेगी, उसकी पूरी जाँच कर, प्रूफ रीडिंग करके उसे आपको तैयार कर बताना होगा कि हमने प्रूफ रीडिंग कर लिया है। आपको एक मैसेज जायेगा कि उपरोक्त समय पर आप अपने संशोधन को ऑनलाइन संशोधित करायें।
  • आपके संशोधन कराने के बाद फिर आपको उसे भेजा जायेगा, आप उसे देखकर एक सादे कागज पर लिखें कि हमने प्रूफ और मैटर देख लिया है, सब सही है, इसका प्रकाशन किया जाये। अपने एवं अपने किसी एक सहयोगी का नाम, पता, पद, मोबाइल व हस्ताक्षर कर उसे हमें डाक से भेजेंगे।
  • पूरी पुस्तक कंपोज होने के बाद आपको ऑनलाइन वेबसाइट पर दिखाई जायेगी। आप उसे देख सकेंगे, पढ़ सकेंगे लेकिन न स्क्रीनशॉट ले सकेंगे न उसे डाउनलोड कर सकेंगे। केवल आप उसे पढ़ सकेंगे।
  • पुस्तक के लिए आपको कोई रजिस्ट्रेशन चार्ज, सहयोग राशि या अन्य किसी प्रकार का शुल्क नहीं देना होगा। किसी प्रकार के वित्तीय लेन-देन से आप दूर हैं।

The Story of Teacher’s Struggleआपके लिए खास:

  • पुस्तक प्रकाशन होने के बाद आपको एक पुस्तक भेजी जायेगी और यदि आप कार्यक्रम में आते हैं तो आपको सम्मानित किया जायेगा।
  • इस पुस्तक के साथ आपको एक प्रमाण-पत्र भी मिलेगा कि आपका संघर्ष दूसरों के लिए एक उदाहरण बना है, लोगों को प्रेरित किया है। आपका हम स्वागत करते हुए, आपकी कहानी – खुद की आत्मकथा – में आमुख संख्या में आई प्रविष्टि से श्रेष्ठता के आधार पर चुनी गई।
  • यह पुस्तक साहित्य सरोज की वेबसाइट पर ऑनलाइन मौजूद होगी। यदि आपको एक से अधिक पुस्तक चाहिए होगी तो आपको पीडीएफ देखकर अपनी प्रतियाँ बुक करानी होगी। यह आपकी इच्छा पर है।

The Story of Teacher’s Struggleपुस्तक की खास बातें:

  • यह पुस्तक सभी व्यावसायिक प्लेटफार्म पर उपलब्ध रहेगी।
  • पुस्तक आईएसबीएन नंबर से युक्त रहेगी।
  • बैक कवर पर आपकी रंगीन फोटो रहेगी।
  • यह पुस्तक वर्तमान समय में शिक्षक की भूमिका को समाज में सत्यापित करने में सहायक होगी।
  • यह पुस्तक बनेगी प्रेरणा उनके लिए जो संसाधन का रोना रोते हैं।
  • यह पूरी पुस्तक प्रकाशन के बाद ऑडियो के रूप में साहित्य सरोज के यूट्यूब चैनल पर मौजूद रहेगी।

तिथियाँ:

पुस्तक के प्रकाशन हेतु अपना नाम व विषयवस्तु भेजने की तिथि 02 जून से 24 जून तक होगी। उसके बाद क्रमवार…विमोचन की संभावित तिथि जुलाई माह का अंत या अगस्‍त का प्रारंभ।

मोबाइल: 9289615645
E-Mail-sarojsahitya55@gmail.com
www.sahityasaroj.com
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