भारत के उत्तर में स्थित एक खूबसूरत और सांस्कृतिक विरासत से भरपूर क्षेत्र लेह -लद्दाख है, जो प्राकृतिक खूबसूरती के नाम से विख्यात एवं प्रसिद्ध है इसके साथ ही ठंड तो हर स्थान को प्रभावित करते हैं परंतु उसका असर आम लोगों को उतना परेशान नहीं करता जितना कि लेह लद्दाख का ठंड आम लोगों की जीवन को प्रभावित करता …
Read More »Monthly Archives: January 2025
बहुमुखी प्रतिभा के धनी लाला लाजपत राय-दिनेश
साप्ताहिक लेखन -01 लेख-आलेख भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अमर सेनानी, समाज सुधारक, पत्रकार और विचारक लाला लाजपत राय एक ऐसी महान विभूति थे, जिनका व्यक्तित्व और कृतित्व इतना बहुमुखी था कि उन्हें किसी एक भूमिका में सीमित करना असंभव है। उन्होंने न केवल देश की आज़ादी के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर किया, बल्कि समाज के उत्थान और शिक्षा के प्रसार …
Read More »लाला लाजपत राय: बहुमुखी प्रतिभा के धनी स्वतंत्रता सेनानी -रेखा
साप्ताहिक आयोजन 1 लाला लाजपत राय भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान नेता, समाज सुधारक, शिक्षाविद् और लेखक थे। वे न केवल ब्रिटिश शासन के खिलाफ संघर्ष के लिए जाने जाते हैं, बल्कि समाज सुधार और राष्ट्रवाद को भी बढ़ावा देने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उनकी प्रतिभा के कई पहलू थे, जिनमें राजनीति, शिक्षा, लेखन और सामाजिक सुधार शामिल …
Read More »बहुमुखी प्रतिभा के धनी लाला लाजपत राय-ज्योति सिंह
बुधवार से गुरुवार विद्या- आलेख ( गद्य) विषय-“बहुमुखी प्रतिभा के धनी लाला लाजपत राय” हमारे देश के वीर ,भारत मां के लाल सपूत, स्वतंत्रता सेनानी, बहुमुखी प्रतिभा के धनी लाला लाजपत राय जी का जन्म 28 जनवरी 1865 को पंजाब के फिरोजपुर में हुआ था। 17 नवंबर 1928 को लाहौर में यह हमेशा के लिए भारत मां के गोद में …
Read More »लाला लाजपत राय-संगीता गुप्ता
साप्ताहिक लेखन 01 लेख-आलेख लाला लाजपत राय (28 जनवरी, 1865-17 नवम्बर 1990 भारत के एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी थे। इन्हें पंजाब केसरी भी कहा जाता है। इन्होने पंजाब केसरी भी 1.कहा जाता है। इन्होंने पंजाब नैशनल बैंक और लक्ष्मी बीमा कम्पनी की स्थापना भी की थी ये भारतीय 1. राष्ट्रीय कांग्रेस में गरम दल के तीन प्रमुख नेताओ लाल – …
Read More »प्रयागराज भगदड़: प्रशासनिक लापरवाही या भक्तों का उन्माद-प्रियंका सौरभ
एक पौराणिक शहर की सीमाओं पर विचार करना चाहिए, जिसे अपनी धार्मिक विरासत को बनाए रखते हुए आठ करोड़ लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का काम सौंपा गया है। दस लोगों के लिए डिज़ाइन की गई जगह में सौ लोग कैसे रह सकते हैं? यह विचार करने के लिए एक महत्त्वपूर्ण मुद्दा है। इसके अलावा, वीवीआईपी संस्कृति और सरकार के …
Read More »आधी रात -संगीता गुप्ता
साहित्य सरोज साप्ताहिक आयोजन 01 ( 01) सोमवार से मंगलवार कहानी शीर्षक- आधी रात मैं आध्यात्मिक दिनचर्या को जीना बहुत पंसद करती हूॅं। प्रातः लगभग साढे़ 7 बजे मेरा मेडिटेशन पूरा हुआ। कुछ घर के काम इत्यादि निपटा कर मेनें खाना खाया और आफिस चली गई। आज का दिन न जाने को बहुत व्यस्तता का दिन रहा। लौट कर आई …
Read More »आधी रात – दीपमाला
साप्ताहिक कहानी आयोजन 01 लक्ष्मी दीदी बहुत ही धर्म परायण, कर्तव्य निष्ठ, सबकी मदद करने वाली, घर में सब उसको बहुत चाहते थे l ससुर जी की भी लाडली थी l हमेशा खुश रहने वाली lएक जनवरी शाम सात बजे अचानक मुझे उनके बेटे का फोन आया मासी घर आओ तुरंत ,मैं कुछ पूछती इसके पहले फोन काट दिया l …
Read More »आधी रात-किरण बाला
साप्ताहिक प्रतियोगिता (कहानी लेखन) जाड़े की कंपकंपाती रात… सन्नाटा चारों ओर अंधकार का दुशाला ओढ़ कर गहन निद्रा की मुद्रा में सिमटा सा बैठा था कि अचानक से कुत्तों के भौंकने की आवाज़ से इस प्रकार सकपका गया जैसे शांत सरिता में किसी ने अचानक जोर से कोई कंकड़ फेंका हो और वो तरंगित हो भय से तितर- बितर होने …
Read More »श्री दुलाल मुखर्जी: संघर्ष से सफलता तक का प्रेरणादायक सफर
धनबाद (झारखंड)। समाजसेवा और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान बनाने वाले श्री दुलाल मुखर्जी का जीवन संघर्ष और साहस का जीवंत उदाहरण है। 21 जनवरी 1992 को झारखंड के धनबाद जिले के ब्रह्मणडीहा गांव में जन्मे दुलाल मुखर्जी ने विपरीत परिस्थितियों के बावजूद अपनी मेहनत और संकल्प के बल पर सफलता की बुलंदियों को छुआ है। श्री …
Read More »