बात कई वर्ष पुरानी है। परन्तु आज भी याद आती है तो मन को कचोटती है। दीवाली से चार पांच दिन पहले छोटी बहन का फोन आया। ” दीदी अम्मा आपको याद कर रही हैं। उनका आपसे मिलने का बहुत मन है। यदि अा सको तो भाई दूज पर घर …
Read More »मदर-डे संस्मरण डॉ मंजु गुप्ता
हमारी माता स्व शांतिदेवी वार्ष्णेय और स्व पिता प्रेमपाल वार्ष्णेय जी ने खून – पसीने से परिवार हेतु प्यारा दिव्य , भव्य आध्यात्मिक, स्वधर्म , स्वघर ‘ शांति निकेतन ‘ बनाया था। वे संसार से चले गए , पर वह घर शांति निकेतन ईंट – गारे का नहीं था । …
Read More »बच्चों की शरारत-सृष्टि उपाध्याय
बच्चों को फूलों की उपमा दी जाती है। हंसते-खेलते, प्यारे-प्यारे, मासूम बच्चे किसे अच्छे नहीं लगते? बच्चों का मन कोरा होता है। जीवन का सबसे बड़ा विद्यालय होता है बच्चों का बचपन, उनके छोटे-छोटे सपने और अनमोल कल्पनाएं। बच्चे तो हर ज़माने के चुलबुले और समझदार ही रहते हैं मगर …
Read More »रवीन्द्रनाथ टैगोर और मेरे स्वयं के बीच संबंध: एक रहस्यमय ऊर्जा – प्रबुद्ध घोष
टैगोर की जन्म-जयंती के पवित्र अवसर पर एक श्रद्धांजलि मेरी मुक्ति क्षितिज में चमक है,पवित्र मिट्टी और घास पर मेरी मुक्ति।अक्सर मैं खुद को इलाकों से दूर खो देता हूँ,धुनें मेरी मुक्ति को ऊपर ले जाने में मदद करती हैं।मेरी मुक्ति सार्वभौमिक आत्माओं से घिरी हुई है।आध्यात्मिक प्रथाओं और पारंपरिक …
Read More »नारीत्व और संस्कार की देवी माता सीता
भारतीय वांगमय ऋग्वेद , अथर्वेद , ब्रह्मवैवर्त , तमिल , मलयालम , पुराणों और धर्मग्रंथों तथा इतिहास के अनुसार नारी सशक्तिकरण तथा नारी की मर्यादा की पहचान मिथिलांचल का पवित्र स्थल है । भारत गणराज्य का बिहार राज्य के तिरहुत प्रमंडल मे सीतामढी जिला सांस्कृतिक मिथिला क्षेत्र का पौराणिक आख्यानों …
Read More »कृष्ण-कृष्णा और कुंज-यशोधरा
कृष्ण-कुंज खाली हो गया।खाली!सब कुछ होते हुए भी एक खालीपन! सूनापन। न कृष्ण हैं न कृष्णा। अम्मा-बाऊ जी की लिए ही तो छोटे ने खरीदा था यह घर। बड़की भाभी ने ढलती सांझ में घर से बाहर निकाल खड़ा कर दिया था तब बूढ़े बाऊजी और अम्मा किराए के मकान के लिए …
Read More »त्रयम्बकेश्वर परिभ्रमण-सत्येन्द्र कुमार पाठक
महाराष्ट्र राज्य के नाशिक ज़िले का मुख्यालय गोदावरी नदी के किनारे स्थित नासिक है। नासिक में पंचवटी , राम कुंड , लक्षमण कुंड , तपोवन , हनुमानजी की , गोदावरी नदी एवं कपिला नदी संगम , गोदावरी घाट, सीता गुफा , लक्षमण द्वारा खिंची गयी लक्ष्मण रेखा , सूर्पनखा का …
Read More »धर्म-नरेन्द्र कुमार
धर्म (Dharm )क्या है ? धर्म शब्द के उच्चारण से लोग हिन्दू ,मुसलमान ,सिक्ख ,ईसाई ,पारसी, यहुदी ,जैन और बौद्धिष्ट होने का अर्थ लगाते हैं। अंग्रेजी शब्द ‘RELIGION ‘ (रिलिजन) को धर्म शब्द के लिए इस्तेमाल किया जाता है ,जो मेरे विचार से सही नहीं है। ‘RELIGION ‘ का उचित …
Read More »संदीप तोमर की कहानी रॉग नम्बर
रुचि की सहेली दीप्ति जब से ब्रिटेन से लौटी तब से मिलने के लिए बेचैन थी। बेचैन होने का कारण था रुचि का फोन पर अपनी शादी तय होने की बात शेयर करना। रुचि की एक ही तो बचपन की सहेली है दिव्या, जिससे वह अपने मन की हर बात …
Read More »पुस्तक समीक्षा – कपास
पुस्तक समीक्षा – कपास (कहानी संग्रह)लेखक – डॉ. कुबेर दत्त कौशिकप्रकाशक – शॉपिज़ेन डॉट इनसमीक्षक – सोनल मंजू श्री ओमर हाल ही में लेखक डॉ कुबेर दत्त कौशिक जी का 10 कहानियों का संग्रह ‘कपास’ पढ़ने को मिला। इनके अभी तक लगभग एक उपन्यास (दस्तख़त) व एक दर्जन कहानी संग्रह …
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