कहानी संख्या -13,गोपालराम गहमरी कहानी प्रतियोगिता -2024, “मत मारो बापू.. . मत मारो, अब कभी नहीं जाऊंगा वहां… माफ कर दो बापू.. माफ कर दो “ मासूम 10 साल का सतिया लगातार हरि प्रसाद से बख्श देने की गुहार लगाता रहा। रो रो कर उसकी आँखें लाल हो गई थीं। …
Read More »स्नेहलताकी कहानी भाभी मॉं
कहानी संख्या -03, गोपालराम गहमरी कहानी प्रतियोगिता -2024, अरी ओ अनिता कुलटा -कुल्लछिनी कहाँ से आ रही है? “शादी के इतने साल बाद तूने अपने लच्छन दिखाने शुरू कर दिए। घर मे तो बहुत संस्कारी बहू बनती घूमती है। मेरी बेटी तुझे भाभी माँ -भाभी माँ कहते नहीं थकती है। …
Read More »पुष्पा की कहानी माधुरी
कहानी संख्या -02,गोपालराम गहमरी कहानी प्रतियोगिता -2024, पुष्पा रामलाल जी और उनकी धर्मपत्नी फूल देवी जिला कन्नौज फर्रुखाबाद से अजमेर आये थे। यहाँ लकड़ी का काम करके अपना जीवन गुजर करते थे । बाद मे कारखाने में काम मिल गया। पूरा महीना काम करने पर मात्र 150 रुपये मिलते थे। …
Read More »सुनीता मुखजी की कहानी कीमत
कहानी संख्या -9 गोपालराम गहमरी कहानी लेखन प्रतियोगिता 2024 सुनीता मुखर्जी “श्रुति शोभना मेरा ड्रेस कहाँ है अभी तक निकाला क्यों नहीं? मुझे ऑफिस जाने के लिए देर हो रही है रोहन जोर से आवाज दे रहा था। जल्दी करो!!……शोभना रसोई से दौड़ते-दौड़ते आई और ड्रेस, टाई, रुमाल, और मैचिंग …
Read More »साधना शाही की कहानी एक वायदे की खातिर
कहानी संख्या 01 गोपालराम गहमरी कहानी लेखन प्रतियोगिता -2024 साधना शाही अखंड सुहाग के व्रत तीज को सोसायटी की सभी सौभाग्यवती महिलाएंँ अपनी सुहाग की रक्षा हेतु रखी थीं। तीज की संध्या भक्ति रस में पूरी तरह सराबोर थी। सभी विवाहित महिलाएंँ सोलह ऋंगार करके समिति के पास वाले मंदिर में …
Read More »मथुरा यात्रा वृत्तांत
वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के राज्य स्तरीय प्रतिनिधि सम्मेलन मथुरा की यात्रा काफी सुखद रही। यूनियन की जिला ईकाई के जिला अध्यक्ष आदरणीय पद्माकर पाण्डेय जी के नेतृत्व में यूनियन से संबद्ध जनपद के करीब डेढ़ दर्जन पत्रकारों का शिष्टमंडल विशिष्ट प्रतिनिधि सम्मेलन में शिरकत करने मथुरा वाया कोटा सुपर फास्ट …
Read More »गंगा के प्रति राज्य और समाज का कर्तव्य-हेमंत चौकियाल
यह भारत भूमि की एक बड़ी विशेषता है कि यहाँ के हरेक तीज-त्योहार, रीति-रिवाज,धार्मिक संस्कारों के पीछे एक लम्बा वैज्ञानिक इतिहास है। अगर हम तथाकथित आधुनिकता के चश्मे को किनारे रख, बिना पूर्वाग्रह ग्रसित हुए बिना देखें तो पायेंगे कि हमारे ऋषि-मुनियों और पूर्वजों ने लम्बे अध्ययन और शोध के …
Read More »मां गंगा का अवतरण लघु नाटिका
गंगा का अवतरण पात्र महाराज भगीरथ भगवान शिव जी मां गंगा मंत्रीगण एवं देवता प्रथम दृश्य नरेश भागीरथ। ( उदासी से राजसिंहासन पर बैठे है) मेरे पूर्वजों को यदि में जलांजलि मां गंगा के जल से नही दे पाया तो उनका उद्धार न हो पाएगा।मैं क्या करू जिससे मां गंगा …
Read More »गंगावतरण-लघुनाटिका
(पात्र-गंगा, भगीरथ, शिव) गंगा के सामने भगीरथ एक पैर पर खड़े दिखलाई देते हैं।गंगा : मैं तुम्हारी तपस्या से प्रसन्न हूँ वत्स!तुम्हारी कई पीढ़ियाँ तप करते-करते खप गईं।तुम्हारे जैसा तप किसी ने नहीं किया।वर माँगो।भगीरथ : मैया! आपकी जय हो।आपका दर्शन पाकर मैं कृतार्थ हो गया।माँ सामने हो तो पुत्र …
Read More »लघु नाटिका – गंगा की व्यथा”
पात्र गंगा (नदी की आत्मा) आदित्य (युवा पर्यावरण विद्) नंदिनी (आदित्य की बहन) पंडित जी (गाँव के पुजारी) गाँव के लोग (कुछ अतिरिक्त पात्र)दृश्य 1: गंगा तट पर (गंगा के तट पर एक ओर लाशें जल रही हैं और दूसरी ओर लोग कचरा प्रवाहित कर रहे हैं। गंगा का पानी …
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