गीता जी अपने क्वार्टर के बरामदे में बैठीं हैं। “कुछ एकाग्रता से देख रही हैं, उनके सामने पेड़ के नीचे एक सकोरे में पानी भरा हुआ है, और एक गौरैया आकर पानी पी रही है और साथ में अपनी चोंच में पानी भरकर अपने छोटे से बच्चे की चोंच में …
Read More »वर्तमान आरक्षण व्यवस्था देश ही नहीं मानव जाति के लिए खतरनाक -अखंड गहमरी
जहाँ तक मैं समझता हूँ भारतीय संविधान में आरक्षण की व्यवस्था लाने का मुख्य कारण था ”समाज में दबे कुचले लोगो को आगे लाना”। यह जरूरी भी था कि समाज को बराबरी पर लाया जाये, मगर इसके साथ यह भी देखना होगा कि कहीं हम समाज को बराबरी पर लाते …
Read More »मदर-डे पर विशेष कार्यक्रम एक शाम मॉं के नाम
12 मई 2024 को मदर-डे के अवसर पर साहित्य सरोज पत्रिका द्वारा कहानी व संस्मरण प्रतियोगिता एवं आनलाइन काव्य सम्मेलन का आयोजन किया है। काव्य सम्मेलन 12 मई 2024 दिन रविवार को दोपहर 01 बजे से गूगल मीट पर आयोजित होगा। काव्य सम्मेलन में किसी प्रकार की रचना की प्रस्तुत …
Read More »मां पुत्र की नोक झोंक
बच्चों की शरारत बात कुछ पुरानी है। हमारी शादी को 6-7 वर्ष गुजर चुके थे हम संतान सुख से वंचित थे। डाक्टर, इलाज एवं आयुर्वेद से इलाज करा चुके थे धन अभाव के कारण इलाज रुक रुक कर चलता था इन वर्षों में श्रीमती जी सन्तान प्राप्ति हेतु बहुत व्याकुल …
Read More »कुछ खुशियों के पल खास आपके लिए -साहित्य सरोज
एशिया महाद्वीप के सबसे बड़े गॉंव गहमर, गाजीपुर, उत्तर प्रदेश से प्रकाशित त्रैमासिक पत्रिका साहित्य सरोज और गहमर वेलफेयर सोसाइटी एक देश-व्यापी Our life style सर्वे करने जा रही है। यह देश – व्यापी सर्वे साहित्य सरोज पत्रिका द्वारा अपने प्रचार-प्रसार योजनाओं व आयोजनों की जानकारी, गहमर गाँव से परिचय, …
Read More »संकटमोचन हनुमान जी-सत्येन्द्र कुमार पाठक
भक्ति की लोकप्रिय अवधारणाओं और भारतीय महाकाव्य रामायण में सबसे महत्वपूर्ण व्यक्तियों में प्रधान हनुमान जी भगवान शिवजी के सभी अवतारों में सबसे बलवान और बुद्धिमान हैं । भूमंडल पर हनुमान जी को अमरत्व का वरदान प्राप्त है । शक्ति, ज्ञान, भक्ति एवं विजय के भगवान, बुराई के सर्वोच्च विध्वंसक, …
Read More »सनातन ज्योतिष शास्त्र की देन है पंचांग-सत्येन्द्र कुमार
सनातन धर्म के ज्योतिष शास्त्र में सृष्टि प्रारम्भ का सूर्य , चंद्रमा , नक्षत्र , तारे और ग्रह के अनुसार ज्योतिष का अविष्यकार ऋषि भृगु द्वारा किया गया । कालांतर ज्योतिषों ने नक्षत्र , योग , करण , तिथि और वार को पञ्चाङ्ग कहा जाता है । ज्योतिष और खगोल …
Read More »ज्ञान , मोक्ष और गणतंत्र की भूमि बिहार-सत्येन्द्र
सत्येन्द्र कुमार पाठकसनातन धर्म ,बौद्ध व जैन धर्म ग्रंथों , वेदों , स्मृति , उपनिषदों , वाल्मीकीय रामायण , पुराणों ,में बिहार के विभिन्न क्षेत्रों के संबंध में उल्लेख किया गया है । भारत के उत्तर-पूर्वी भाग में बिहार राज्य की स्थापना 22 मार्च 1912 में हुई तथा गंगा नदी …
Read More »जिओ और जीने दो का प्रणेता भगवान महावीर स्वामी
भगवान महावीर का जन्म बिहार के वैशाली जिले के कुंडग्राम में इक्ष्वाकु वंशीय राजा सिद्धार्थ की पत्नी त्रिशला के गर्भ से छात्र शुक्ल त्रयोदशी 599 ई. पू. में अवतरित हुए थे । चौबीसवें तीर्थंकर महावीर को वीर, अतिवीर, वर्धमान, सन्मति महावीर स्वामी , महावीर वर्द्धमान कहा जाता है । 72 …
Read More »सनातन धर्म का नववर्ष है चैत्र शुक्ल प्रतिपदा-सत्येन्द्र
सत्येन्द्र कुमार पाठकचैत्र शुक्ल प्रतिपदा से प्रारम्भ होने वाला हिन्दू नववर्ष , गुड़ी पड़वा , मराठी-पाडवा और हिन्दू नव संवत्सरारम्भ माना जाता है। चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा को गुड़ी पड़वा या वर्ष प्रतिपदा या उगादि एवं युगादि कहा गया है। गुड़ी’ का अर्थ ‘विजय पताका’ है। शालिवाहन ने मिट्टी …
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