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Tag Archives: फिटनेस

ट्युशन-संतोष शर्मा शान

ट्युशन-संतोष शर्मा शान

हमारे साहित्‍य सरोज के फेसबुक पेज को लाइक व फालो करें अरे गीता! आज इधर कैसे, घूमने जा रही हो क्या? नहीं नीलू बहन, मैं तो रोज इधर आती हूँ अपने बेटे को ट्युशन से लेने।नीलू- यहाँ कहाँ ट्युशन लगा रखा है तुमने ? गीता वो यहाँ पास में एक …

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अधिकार-चित्रा

अधिकार-चित्रा

हमारे साहित्‍य सरोज के फेसबुक पेज को लाइक व फालो करें डिमरी दरवाजे में बैठे सूनी आंखों से आंगन में खेलते बच्चे को देख रही थी, देखकर कभी-कभी वह विचलित हो जाती तथा चीखने लगती और आंखों से आंसू बहने लगते उसकी आंखें उन बच्चों में कुछ तलाशते रहती थी,तीजन …

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वर्तमान परिदृश्य में साहित्यकारों का दायित्व :

वर्तमान परिदृश्य में साहित्यकारों का दायित्व :

हमारे साहित्‍य सरोज के फेसबुक पेज को लाइक व फालो करें “अंधकार है वहाँ, जहाँ आदित्य नही है। मुर्दा है वह देश,जहाँ साहित्य नही है।” वर्तमान युग में मानवता का आकाश एक बार फिर घुटन से भर उठा है। चारों ओर अशांति व अविश्वास का वातावरण बन रहा है। ऐसी स्थिति …

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राजनीति और नैतिक मूल्य-सलिल सरोज

राजनीति और नैतिक मूल्य-सलिल सरोज

हमारे फेसबुक पेज को लाइक व फालो करें सन 1908 में गाँधी जी ने अपने विचार जनता के सामने “हिन्द स्वराज” के नाम से गुजराती में एक पुस्तक लिखकर व्यक्त किए और सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में अपने पत्र “इण्डियन ओपिनियन” में उन्हें प्रकाशित किया। गाँधी जी ने जिस स्वतंत्र …

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दस पैसे-डॉ. राधा दुबे

दस पैसे-डॉ. राधा दुबे

हमारे फेसबुक पेज को लाइक व फालो करें मैं बचपन में बहुत नटखट थी। दिनभर उछलकूद यहाँ से वहाँ, मम्मी को परेशान करती रहती। वह डाँटकर भगा देती तो मामा जी के पास चली जाती। उन्हें भी खूब परेशान करती, उस समय मामा जी हमारे साथ ही रहते थे। मैं …

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इश्क का बुखार-दीपा टाक

इश्क का बुखार-दीपा टाक

हमारे फेसबुक पेज को लाइक व फालो करें दिव्या अभी-अभी रूम में पहुंची ही थी कि संजू मैम जो कि उनकी प्रिंसिपल थी उनका फोन आया उन्होंने कहा, दिव्या जी आपको कल सुबह जोधपुर सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग हेतु लाल मैदान पावटा स्कूल जाना है। दिव्या ने कहा,’ ओके मैम, …

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प्यार परीक्षा- सिद्धार्थ

हमारे फेसबुक पेज को लाइक व फालो करें कहते हैं उपदेश देने में, दुसरों से उसका पालन करवाने में, और खुद उसका पालन करने में काफी अंतर होता है ।ये सौ प्रतिशत सच है ।हमारे इस कहानी के नायक #किशन और नायिका #सौम्या के साथ भी यहीं हुआ ।दोनों के …

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साहित्‍य सरोज शिक्षक सम्‍मान एवं काव्‍यगोष्‍ठी सम्‍पन्‍न।

साहित्‍य सरोज शिक्षक सम्‍मान एवं काव्‍यगोष्‍ठी सम्‍पन्‍न।

हमारे फेसबुक पेज को लाइक व फालो करें शिक्षक दिवस के अवसर पर साहित्‍य सरोज पत्रिका द्वारा आनलाइन कवि सम्‍मेलन का आयोजन किया गया जिसमें भारत के विभिन्‍न क्षेत्रों के शिक्षकों को गोपाल राम गहमरी शिक्षक सम्‍मान 2023 एवं साहित्‍य सरोज शिक्षक को सम्‍मानित किया गया। गहमर वेलफेयर सोसाइटी एवं …

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कन-कन में है वास तेरा-डॉ. इन्दु कुमारी

कन-कन में है वास तेरा-डॉ. इन्दु कुमारी

https://www.facebook.com/profile.php?id=100089128134941&mibextid=ZbWKwL साहित्‍य सरोज पेज का फालो एवं लाइक करें। हे जग के रचयिता स्वामी,कन कन में है बा स तेरा।तुम बिन हूं दुखियारी मैं,अब तो लगाओ पार मेरा। अब करा दे दीदार अपना,मछली जैसी है तरप मेरा।हे नाथ अपनी शरण लगा,कन कन में है वास तेरा। जैसे मेहंदी में छुपी …

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हलवाहा- सतीश “बब्बा”

हलवाहा- सतीश “बब्बा”

कंधे पर,धरे हल ,किसान कहें,या हलवाहा! धरती की छाती,चीरता,धूप, वर्षा,जाड़ा सहता! गांव,किसान,मेहनत से,बना भारत! खो सा गया,अब वह गांव,किसान वाला,भारत! मेंड़ बांँधता,पसीने से,लथपथ,किसान!बैलों को,ललकारता,नंगे बदन,हलवाहा!थककर,चकनाचूर,हराई मारकर,बैलों को,सुस्ताने,के लिए,हल रोकता,और,खुद,बरगद के नीचे,महुए की छाया,या आम के,बगीचा में,जाकर,धूप से,बेहाल,छाया पाता है,तब के सुख,का वर्णन,वह खुद नहीं,कर पाया है! वह स्वर्गिक,सुख,अब छूट गया,श्रमेव …

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