नारी सशक्तिकरण मुझे सर्वप्रथम एक मूलभूत ऐतराज़ इसी बात पर है कि नारी जोकि स्वयं शक्ति स्वरूपा है , उसके सशक्तिकरण का नारा क्यों कर दिया जाता है ? इस आधुनिक युग में जहाँ हर वस्तु, व्यक्ति, सोच और विचारधारा प्रगति के पथ पर अग्रसर है वहां नारी की शक्ति …
Read More »बचपन की सच्ची भक्ति-सुधा दुबे
भीषण महामारी में पढ़ाई ना हो पाने के कारण स्कूल की परीक्षाएं किसी तरह समाप्त हुई। सभी शिक्षक उत्तर पुस्तिकाएं जांच कर परीक्षा परिणाम बनाने में लगे थे शाला की उत्तर पुस्तिका जांचने के पश्चात मास्टर दीनानाथ शाम के समय अपने घर लौट रहे थे। तभी अपनी बस्ती के मंदिर …
Read More »प्रतियोगिता के परिणाम घोषित
8वें गोपाल राम गहमरी साहित्यकार महोत्सव एवं सम्मान समारोह 2022 में आयोजित कहानी लेखन, लेख आलेख लेखन एवं खुद की फोटो प्रतियोगिता के परिणाम आज गणतंत्र दिवस के अवसर पर घोषित किये गये। प्रतियोगिता में लेख आलेख प्रतियोगिता शीर्षक महत्वाकांक्षा की भेट चढ़ता बचपन में डॉ नीलिमा तिग्गा, अजमेर राजस्थान …
Read More »कांटो का सफर-पिंकी
(संघर्ष की कहानी) पिंकी प्रजापति सुमन आंटी अपनी 3000 की नौकरी से घर का पूरा खर्च भी सही ढंग से नहीं चला पा रही थी , कि एक दिन छोटे बेटे के जन्म के बाद वह दवाई लेने अस्पताल गई हुई थी ,कि अचानक से उन्हें तेजी के साथ रक्तस्राव …
Read More »महत्वाकांक्षा की भेंट चढ़ गया है बच्चों का बचपन ‘
आधुनिक युग में अति महत्वाकांक्षा की भेंट चढ़ गया है बच्चों का बचपन ‘प्रतियोगिता लेखन सम्मानित बचपन अर्थात मौज-मस्ती, आमोद-प्रमोद, खेलकूद, नटखटपन, शरारत, चुहलबाजी ये ही तो सब हैं ना …? ये तभी संभव है जब बच्चों को उसका साथ मिले I ज्यादा ढीलाई या ज्यादा कसना दोनों नुकसान हीं …
Read More »पहला और आखिरी प्यार-सोनिया
पिंकी एक सीधी साधी, भोली भाली और सुशील लड़की थी । वह एक प्राइवेट टेलीकॉम कम्पनी में काम करती थी । अजय भी उसी कम्पनी में काम करता था ।अजय पिंकी की मासूमियत से बहुत आकर्षित हुआ और मन ही मन पिंकी को चाहने लगा । जबकि अजय को यह …
Read More »तिरंगा झंडा-मीरा जैन
पाठशाला में पुरस्कार वितरण के दौरान विजेता बच्चों को प्रमाण पत्र के साथ उनमे देशभक्ति की भावना को और अधिक सशक्त बनाने हेतु नगीने जड़ित फ्रेम में अति आकर्षक तरीके से सुसज्जित तिरंगा झंडा उपहार स्वरूप दिया गया । समस्त पुरस्कार प्राप्त बच्चे खुशी से चहक रहे थे …
Read More »खुशी का खजाना-वंदना पुणतांबेकर
राजा धुमसेन ओर रानी तारामती के वैभव की चर्चा दूर-दूर के राज्यों तक फैली हुई थी लेकिन राजा धुमसेन बहुत ही क्रोधी ओर लालची स्वभाव का था।उनके दुःख का एक ही कारण था कि उसे कोई संतान नही थी वह संतान की चाह में बहुत ही व्याकुल रहता।ना जाने कहाँ-कहाँ …
Read More »बेकार की बातें -वंदना
मैं खाट पर पड़े-पड़े धूप में बैठा मोबाइल देख रहा था। मां अपनी दिनभर की दिनचर्या में व्यस्त थी तभी घर का दरवाजा बजा।मां ने बिना देखे ही डिब्बे से दो रोटी निकाली और दरवाजा खोलने चली गई।अब उसके हाथ पहले की तरह काम नहीं करते थे और अब पैरों …
Read More »मेदपाट-2023 सम्पन्न।
शहीद सी एस राठौड़ फाउंडेशन, राजस्थान साहित्य अकादमी, दिल्ली एवं अनुविंद पब्लिकेशंस उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में साहित्य,कला, सांस्कृतिक संगम मेदपाट-2023 का दो दिवसीय महोत्सव विज्ञान समिति, उदयपुर में प्रारंभ हुआ। पहले दिन राजस्थानी मांडणा प्रतियोगिता, राजस्थानी मेहंदी प्रतियोगिता और राजस्थानी कैणी(वात) प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर …
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