ब्रह्मांड के दो प्रमुख अवयव है जो परब्रम्ह परमात्मा कि कल्पना रचना कि वास्तविकता है प्रथम प्रकृति है जो ब्रह्मांड का आधार है जिसमे पंच तत्व महाभूतों का सत्यार्थ परिलक्षित है जिसका प्रवाह पवन,पावक ,शून्य (आकाश) स्थूल (पृथ्वी) जल प्रावाह का सत्य है इन्ही के आधार पर प्राण का अस्तित्व …
Read More »साइबर जालसाजो से सामना-रोहित
रोहित मिश्रा वैसे तो में सोशल मीडिया प्लेट फार्म का अधिक इस्तेमाल नहीं करता हूं, पर फिर भी कभी कभार फेसबुक लाइट डाउनलोड करके अपना फेसबुक एकाउंट देख लिया करता हूं, और फिर काम होने के बाद फेसबुक एकाउंट को रिमूव भी कर देता हूं, ऐसे ही एक दिन मैंने …
Read More »पर्यावरण संरक्षण-शिल्पी पचौरी
ॐ पूर्णभदः पूर्णामिदं पूर्णात्पूर्णमुदच्यते।पूर्णस्य पूर्णमादाय पूर्णमेवावशिष्यते॥’ इस श्लोक का अर्थ है कि हम प्रकृति से उतना ग्रहण करें जितना हमारे लिए आवश्यक हो तथा प्रकृति की पूर्णता को क्षति न पहुंचे। लेकिन आज का मानुष लोभ, लालसा में लिप्त होकर प्रकृति के साथ खिलवाड़ कर रहा है जिसके फलस्वरूप रेत …
Read More »पर्यावरण दिवस पर रागिनी की कहानी
सुनीता बाजार से घर आती है सोनू को रोते हुए देखकर घबरा जाती है बेटा क्या हुआ सोनू फुट-फुट का रो रहा था मां गोदी में सर रखकर सिर पर हाथ फिरते हुए प्यार से सोनू बेटा क्या हुआ । सोनू रोते हुए वह गमला नहीं है जिसमें मैं रोज पानी …
Read More »भारत में सुरक्षित पर्यावरण के लिए चुनौतियां और समाधान
डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी परिचयहमारा देश भारत, अपने विशाल और विविध परिदृश्य के साथ, अनेक पर्यावरणीय चुनौतियों का सामना कर रहा है। तेजी से बढ़ते औद्योगीकरण, शहरीकरण और बढ़ती जनसंख्या देश के प्राकृतिक संसाधनों को भी प्रभावित करती है, जिससे प्रदूषण, वनों की कटाई और जैव विविधता की समस्याएं उत्पन्न …
Read More »पर्यावरण दिवस पर सुनील कुमार
शीर्षक- पर्यावरण संरक्षण कर्तव्य हमारा पर्यावरण के प्रति वैश्विक स्तर पर राजनीतिक और सामाजिक चेतना लाने के लिए संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 1972 में विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की घोषणा की थी।तब से पूरे विश्व में प्रतिवर्ष 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने …
Read More »अजीत कुमार की कहानी सबसे बड़ी समाज सेवा
एक राजा था। वह हमेशा प्रजा की भलाई के बारे में सोचा करता था। उसके राज्य में सारी प्रजा खुश थी। उसके राज्य में अक्सर अकाल पड़ा करता था, लेकिन प्रजा को इसका एहसास नहीं होने दिया जाता था। वह प्रजा की हर जरूरत का ध्यान रखता था, जिससे राजकोष …
Read More »पर्यावरण दिवस पर निवेदिता रश्मि की कहानी
प्रथम रात को 2:30 बजे अचानक से डर कर उठ बैठा।बगल के कमरे में उसके मम्मी पापा सो रहे थे ।वह इतना डरा हुआ था की लाइट ऑन करने का भी उसे होश नहीं था। मम्मी – मम्मी की आवाज सुन बगल के कमरे से मम्मी दौड़ कर आई। क्या …
Read More »पर्यावरण दिवस पर कला प्रतियोगिता
नाम- परी कक्षा- आठवीं शहर -चंडीगढ़नाम -खुशबू कक्षा -बारहवीं शहर -चंडीगढ़नाम- प्रियांशी कुमारी कक्षा -सातवीं शहर -चंडीगढ़नाम- डिंपी कक्षा -आठवीं शहर -चंडीगअमनप्रीत सिंह कक्षा -आठवीं शहर-चंडीगढ़संजना , कक्षा- दसवीं शहर -चंडीगढ़डॉक्टर संजीदा खानम’ शाहीन’सत्यम शर्मा कक्षा 7 ज्योति सक्सेना पता कृष्णा कालोनी विदिशा श्रेया छुगानी कक्षा 7 उम्र 13 विदिशा …
Read More »रागिनी मिश्र की कहानी बेटी का प्यार
कवर फोटो -संजना , कक्षा- दसवीं शहर -चंडीगढ़ सुनीता बाजार से घर आती है । सोनू को रोते हुए देखकर घबरा जाती है । बेटा क्या हुआ ? सोनू फुट-फुट का रो रहा था। मां गोदी में सर रखकर सिर पर हाथ फिरते हुए प्यार से सोनू बेटा क्या हुआ …
Read More »