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वो अब भी याद आती है-यशोदा

वो अब भी याद आती है-यशोदा

बार-बार करवटें बदलती रही  पर सीने का दर्द था कि बेचैनी संग बढ़ता ही जा रहा था। चेहरा दर्द से सफेद हो गया और आवाज गले में ही जम गई। सर्द निगाहें खिड़की से झाँकते नीम की फुनगी पर टंँगे चाँद पर पड़ी। चाहे-अनचाहे,जाने-अनजाने उसे चाँद को देखना अच्छा नहीं लगा और …

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मुक्तावकाश-डा बबीता गुप्‍ता

मुक्तावकाश-डा बबीता गुप्‍ता

गणतंत्र दिवस की परेड में  सभी दूरदर्शन पर, परेड में मिताली की उत्सुकता से प्रतीक्षा कर रहे थे तभी मिताली को सलामी करते हुये, लगभग सौ पुरुषों के दल का कुशलता से संचालन हुये जैसे ही दूरदर्शन पर दिखाई दी,तो उसका दस साल का बेटा,हिमांशु खुशी से ताली बजाते हुये …

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समन्वय की भाषा है हिंदी -सत्येन्द्र कुमार पाठक

समन्वय की भाषा है हिंदी -सत्येन्द्र कुमार पाठक

विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी के अवसर पर   भारत की आत्मा  हिंदी देश के भूभागों में वृहद् स्तर पर बोली जाती है। देश की राजभाषा के रूप में स्थापित हिंदी ने देश के विभिन राज्यों के बीच महत्वपूर्ण सेतु के रूप में कार्य किया है। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान  देश …

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  • फिटनेस कोच का प्रेमपत्र-रेखा

    फिटनेस कोच का प्रेमपत्र-रेखा

    प्रिय, रज्जु जब से तुम मेरी ज़िन्दगी में आए हो, सब कुछ बदल गया है। जैसे कोई अच्छा स्वास्थ्य हमारे शरीर को संतुलन देता है, वैसे ही तुमने मेरे दिल को सुकून दिया है। तुम मेरे जीवन का वह योग हो, जो मुझे मानसिक और भावनात्मक शांति प्रदान करता है। …

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  • फिटनेस कोच का प्रेमपत्र-रेखा

    फिटनेस कोच का प्रेमपत्र-रेखा

    प्रिय, रज्जु जब से तुम मेरी ज़िन्दगी में आए हो, सब कुछ बदल गया है। जैसे कोई अच्छा स्वास्थ्य हमारे शरीर को संतुलन देता है, वैसे ही तुमने मेरे दिल को सुकून दिया है। तुम मेरे जीवन का वह योग हो, जो मुझे मानसिक और भावनात्मक शांति प्रदान करता है। …

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  • फिटनेस कोच का प्रेमपत्र-रेखा

    फिटनेस कोच का प्रेमपत्र-रेखा

    प्रिय, रज्जु जब से तुम मेरी ज़िन्दगी में आए हो, सब कुछ बदल गया है। जैसे कोई अच्छा स्वास्थ्य हमारे शरीर को संतुलन देता है, वैसे ही तुमने मेरे दिल को सुकून दिया है। तुम मेरे जीवन का वह योग हो, जो मुझे मानसिक और भावनात्मक शांति प्रदान करता है। …

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