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बच्चों का खोते बचपन और स्वास्थ्य का दुश्मन निजी स्कूल

बच्चों का खोते बचपन और स्वास्थ्य का दुश्मन निजी स्कूल

बचपन के दिन भी क्या दिन थे, उड़ते फिरते तितली बन”… यह गीत तो हम सबने सुना ही है और खूब मन लगा कर गाते भी होंगे। कभी हमने सोचा है कि बचपन आखिर क्यों सबको इतना प्यारा होता है? हम क्यों अपने बचपन को छोड़ नहीं पाते? इसका जवाब …

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मुझे भी घर बसाना है-रोहित

भारतीय समाज में विवाह अत्यंत ही पवित्र रिश्ता माना जाता है, विवाह मनुष्य के जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है, इसके बिना मनुष्य आधा अधूरा ही रहता है। कर्ई लोगो के सुखी दाम्पत्य जीवन को देख कर लगा कि अब मुझे भी विवाह के बंधन में बंध जाना चाहिए। पर मुझसे विवाह …

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अभिभावक की महत्वाकांक्षा में खोता बचपन

अभिभावक की महत्वाकांक्षा में खोता बचपन

बचपन मानव जीवन का सर्वश्रेष्ठ समय है। बचपन हर प्रकार की चिंता से कोसों दूर होता है। यह वह समय है, जब एक बालक या बालिका अपना जीवन बिना किसी छल-कपट, राग-द्वेष, ऊंच-नीच, बड़ा-छोटा सहित अन्य विरोधी भावनाओं से परे रहकर व्यतीत करता या करती है। बचपन एक व्यक्ति के …

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  • फिटनेस कोच का प्रेमपत्र-रेखा

    फिटनेस कोच का प्रेमपत्र-रेखा

    प्रिय, रज्जु जब से तुम मेरी ज़िन्दगी में आए हो, सब कुछ बदल गया है। जैसे कोई अच्छा स्वास्थ्य हमारे शरीर को संतुलन देता है, वैसे ही तुमने मेरे दिल को सुकून दिया है। तुम मेरे जीवन का वह योग हो, जो मुझे मानसिक और भावनात्मक शांति प्रदान करता है। …

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  • फिटनेस कोच का प्रेमपत्र-रेखा

    फिटनेस कोच का प्रेमपत्र-रेखा

    प्रिय, रज्जु जब से तुम मेरी ज़िन्दगी में आए हो, सब कुछ बदल गया है। जैसे कोई अच्छा स्वास्थ्य हमारे शरीर को संतुलन देता है, वैसे ही तुमने मेरे दिल को सुकून दिया है। तुम मेरे जीवन का वह योग हो, जो मुझे मानसिक और भावनात्मक शांति प्रदान करता है। …

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  • फिटनेस कोच का प्रेमपत्र-रेखा

    फिटनेस कोच का प्रेमपत्र-रेखा

    प्रिय, रज्जु जब से तुम मेरी ज़िन्दगी में आए हो, सब कुछ बदल गया है। जैसे कोई अच्छा स्वास्थ्य हमारे शरीर को संतुलन देता है, वैसे ही तुमने मेरे दिल को सुकून दिया है। तुम मेरे जीवन का वह योग हो, जो मुझे मानसिक और भावनात्मक शांति प्रदान करता है। …

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